बॉलिवुड में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने देने वाले सिंगर केके (कृष्णकुमार कुन्नाथ) का निधन हो गया है। केके 53 साल के थे और बताया जा रहा है कि जब उनकी मौत हुई वह उससे पहले कोलकाता के एक कॉन्सर्ट में परफॉर्म कर रहे थे। केके को तुरंत पास के एक हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
हार्ट अटैक से हुई मौत
बताया जा रहा है कि केके कोलकाता में नाजरुल मंच में परफॉर्म कर रहे थे। परफॉर्मेंस के बाद वह बेचैनी महसूस करने लगे। इसके बाद उन्हें पास के CMRI हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कहा जा रहा है कि ग्रैंड होटेल की सीढ़ियों पर केके को हार्ट अटैक आया था। उनकी बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए हॉस्पिटल में रख लिया गया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़े थे केके
केके के पैरंट्स मूल रूप से मलयाली थे। उनका जन्म 23 अगस्त 1968 को दिल्ली में हुआ था। केके ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से कॉमर्स में ग्रैजुएशन किया था। पढ़ाई के दौरान ही केके ने खूब गाना शुरू कर दिया था। लगभग 6 महीने मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के तौर पर नौकरी करने के बाद केके सिंगिंग में अपना करियर बनाने के लिए 1994 में मुंबई चले गए थे। केके ने शुरुआत में विज्ञापनों के जिंगल्स गाना शुरू किया था। अपने सिंगिंग करियर के शुरू होने से पहले लगभग 4 साल में केके ने 11 अलग-अलग भाषाओं में 3500 से ज्यादा जिंगल्स को अपनी आवाज दी थी।
एआर रहमान ने दिया था पहला ब्रेक
केके को प्लेबैक सिंगर के तौर पर सबसे पहले मशहूर संगीतकार एआर रहमान ने ब्रेक दिया था। उन्होंने तमिल फिल्म ‘कधाल देशम’ के सुपरहिट गाने ‘कल्लूरी सालये’ को अपनी आवाज दी थी। इसके बाद जब साल 1999 में सोनी म्यूजिक ने केके की पहली ऐल्बम लॉन्च की तो वह रातोंरात मशहूर हो गए। उनके गाने ‘पल रहें या ना रहें कल’, ‘आपकी दुआ’ और ‘यारों’ युवाओं के बीच बेहद पॉप्युलर हो गए।
इन सुपरहिट गानों को दी आवाज
केके के पॉप्युलर गानों की बात करें तो उन्होंने फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ का गाना ‘तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही’, ‘हमराज’ का ‘बर्दाश्त नहीं कर सकता’, ‘दस’ का ‘दस बहाने करके ले गए दिल’, ‘ओम शांति ओम’ का ‘आंखों में तेरी अजब सी अदाएं हैं’, ‘जन्नत’ का ‘जरा सी दिल में दे जगह तू’, ‘बचना ऐ हसीनों’ का ‘खुदा जाने’, ‘गैंगस्टर’ का ‘तू ही मेरी शब है’ जैसे सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी है।
