प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमले की लगातार बढ़ती घटनाओं के बाद गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। अब कई शहरों में ईडी दफ्तरों के बाहर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों की तैनाती की जाएगी। गृह मंत्राल ने यह फैसला ईडी अधिकारियों को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
सूत्रों का मुताबिक ईडी के कोलकाता, रांची, रायपुर, जयपुर, जालंधर, कोच्चि और मुंबई कार्यालयों के बाहर सीआईएसएफ की तैनाती जल्द हो सकती है।सीआईएसएफ ही एकमात्र ऐसा केंद्रीय अर्धसैनिक बल है जिसे आमतौर पर प्रतिष्ठानों के बाहर तैनात किया जाता है। इसके हवाले एयरपोर्ट, मेट्रो से लेकर कई बड़ी कंपनियों के ऑफिस हैं। इसके अलावा कई वीवीआईपी को भी सीआईएसएफ का कवर मिला हुआ है। इनमें मुकेश अंबानी समेत कई बड़े उद्योगपति मौजूद हैं।
केंद्र सरकार उठाएगी खर्चबता दें कि सीआईएसएफ की तैनाती के लिए पूरा खर्च संबंधित प्रतिष्ठान को वहन करना होता है। गृहमंत्रालय को ईडी से उसके सभी कार्यालयों को सीआईएसएफ कवर प्रदान करने के लिए एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ था। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल और चंडीगढ़ में ईडी कार्यालयों में बिना किसी लागत के आधार पर सीआईएसएफ तैनात करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
ईडी कार्यालयों में सीआईएसएफ की तैनाती का खर्च फिलहाल केंद्र द्वारा उठाया जाएगा।दिल्ली मुख्यालय को पहले ही मिला CISF कवरईडी के वर्तमान में 40 शहरों में ऑफिस मौजूद हैं। इनमें से 21 जोनल और 18 सब जोनल कैटेगरी में हैं। दिल्ली में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित इसके मुख्यालय में पहले से ही सीआईएसएफ कवर है। बता दें कि पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में छापे के दौरान ईडी, सीबीआई और एनआईए की टीमों के साथ सीआईएसएफ जैसे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान भी शामिल होते हैं।
CISF क्या है?
सीआईएसएफ केंद्रीय सुरक्षा बल है। इसका पूरा नाम केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force) है। इसकी स्थापना सन 1969 में हुई थी। इस संस्था की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सरकारी उद्योगों को सुरक्षा प्रधान करना था। सीआईएसएफ एक एसा सुरक्षा बल है जो सीधें गृह मंत्रालय से जुडा हुआ है। संसद से लेकर देश के सभी प्रमुख संस्थानों को यह सुरक्षा प्रदान सकता है।