बस्तर। माओवादी संगठन की सर्वोच्च संस्था सेंट्रल कमेटी से कुख्यात नक्सली माड़वी हिड़मा को हटा दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों के बढ़ते दबाव और संगठन में आंतरिक बदलावों के चलते यह निर्णय लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, झारखंड निवासी 54 वर्षीय पतिराम मांझी को सेंट्रल कमेटी में शामिल किया गया है। मांझी पर सरकार ने 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। संगठन में उसे हिड़मा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे संकेत मिलता है कि माओवादी अपने नेतृत्व में बड़ा परिवर्तन कर रहे हैं।
सुरक्षा बलों का बढ़ता दबाव
गृह मंत्रालय द्वारा 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने के लक्ष्य के तहत सुरक्षाबल लगातार अभियान चला रहे हैं। इसी दबाव के कारण माओवादी संगठन को अपने रणनीतिक ढांचे में बदलाव करने पड़े हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि हिड़मा को सेंट्रल कमेटी से हटाने का फैसला, संगठन की कमजोरी को दर्शाता है। अब देखना होगा कि पतिराम मांझी की नियुक्ति से संगठन की रणनीतियों में क्या बदलाव आता है।