दुर्ग, छत्तीसगढ़: रविवार की शाम अमलेश्वर में माहौल अचानक गर्म हो गया, जब एक घर में चल रही धार्मिक सभा पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ‘धर्मांतरण’ का आरोप लगाते हुए वहां धावा बोल दिया। सूचना मिलते ही कार्यकर्ता बड़ी संख्या में वहां पहुंचे, लेकिन विरोध का तरीका कुछ अनोखा ही निकला—नारेबाजी के साथ हनुमान चालीसा, गोबर और पत्थरबाजी भी!
पुलिस बनी ‘बॉडीगार्ड’
जैसे ही हालात बेकाबू होने लगे, पुलिस ने ‘बॉडीगार्ड मोड’ में आकर घर को चारों तरफ से घेर लिया। कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोका गया, लेकिन बाहर का माहौल किसी क्रिकेट मैच के स्टेडियम से कम नहीं लग रहा था—सीटियां, नारे और गहमागहमी चरम पर थी!
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जब बजरंगियों ने किया ‘हनुमान चालीसा पाठ’
स्थिति तनावपूर्ण थी, लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध के अपने पारंपरिक तरीके को भी नहीं छोड़ा। पुलिस के रोकने के बाद वे घर के सामने बैठ गए और ज़ोर-ज़ोर से हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। चारों तरफ “जय श्री राम” के जयकारे गूंज उठे, जिससे माहौल और गरमा गया।
थाने में भी जारी रहा ‘हंगामा एक्सप्रेस’
मौके पर मौजूद लोगों को पुलिस जीप में भर-भर कर थाने ले गई, लेकिन हंगामे का सिलसिला वहां भी जारी रहा। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वहां भी शोर मचाया और आरोपियों पर ‘हाथ साफ’ करने से भी नहीं चुके।
धर्मांतरण या सिर्फ प्रार्थना?
स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन असल सवाल यही है—क्या ये सच में धर्मांतरण था या फिर सिर्फ एक धार्मिक सभा? पुलिस की जांच जो भी निकले, लेकिन बजरंग दल की ‘गोपनीय इंटेलिजेंस’ और हनुमान चालीसा के साथ अनोखे विरोध ने इस घटना को ‘हेडलाइंस’ में जरूर पहुंचा दिया है!
अब देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला शांतिपूर्ण ढंग से सुलझता है या फिर अगली बार विरोध के नए तरीके के साथ कोई और कहानी जुड़ जाती है!
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