नई दिल्ली। भारत प्राकृतिक विविधताओं से भरपूर देश है, जहां हिमालय की ऊँचाइयों से लेकर समुद्री द्वीपों तक, हर प्रकार की भौगोलिक सुंदरता मौजूद है। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि हर साल भारतीय पर्यटक लगभग 67 अरब डॉलर (5.5 लाख करोड़ रुपये) विदेश यात्राओं पर खर्च कर देते हैं, जबकि भारत में ही सैकड़ों ऐसी खूबसूरत जगहें हैं, जिन्हें अब तक बहुत कम लोग ही देख पाए हैं।
भारत के 1380 द्वीप: अप्रतिम सुंदरता से भरपूर
भारत में कुल 1380 से अधिक द्वीप हैं, जिनमें से कई अब भी निर्जन हैं और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों के लिए अद्भुत गंतव्य साबित हो सकते हैं। भारतीय द्वीपों को मुख्य रूप से निम्नलिखित श्रेणियों में बांटा गया है:
- 572 द्वीप – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
- 39 द्वीप – लक्षद्वीप समूह
- 26 द्वीप – महाराष्ट्र
- 23 द्वीप – केरल
- 20 द्वीप – पश्चिम बंगाल
- 15 द्वीप – तमिलनाडु
- 14 द्वीप – गोवा
- 9 द्वीप – गुजरात
- 7 द्वीप – ओडिशा
- 7 द्वीप – आंध्र प्रदेश
इसके अलावा, असम, मणिपुर, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कोंकण क्षेत्र में भी सैकड़ों नदी द्वीप मौजूद हैं, जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हैं।
भारत के प्रमुख द्वीप: अनदेखी स्वर्ग की धरती
1. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह – भारत का टापू स्वर्ग
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के राधानगर बीच, हैवलॉक आइलैंड, नील आइलैंड और बैरन आइलैंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समुद्री जीवन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। ये द्वीप गोताखोरी (scuba diving), स्नॉर्कलिंग और एडवेंचर टूरिज्म के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।
2. लक्षद्वीप – भारत का मिनी मालदीव
अरब सागर में स्थित लक्षद्वीप अपनी प्रवाल भित्तियों (coral reefs) और नीले समुद्र के लिए जाना जाता है। यहां का अगत्ती आइलैंड, बंगाराम आइलैंड और कावरत्ती आइलैंड विदेशी टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स को टक्कर देते हैं।
3. सुंदरबन डेल्टा – दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन
पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन क्षेत्र दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा और रॉयल बंगाल टाइगर का घर है। यह क्षेत्र अपनी वन्यजीव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
4. मुंबई और गोवा के तटीय द्वीप
मुंबई के एलीफेंटा आइलैंड और गोवा के द्वीप समूह ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम हैं। यहां घूमने के लिए कई रोमांचक विकल्प मौजूद हैं।
विदेश यात्रा बनाम भारत में पर्यटन: आर्थिक नुकसान
हर साल भारतीय नागरिक 67 अरब डॉलर (करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये) विदेश यात्राओं पर खर्च करते हैं, जो भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी हानि है। यदि पर्यटक भारत के ही द्वीपों और पर्यटन स्थलों की ओर रुख करें, तो यह पैसा देश के अंदर ही रह सकता है और भारतीय पर्यटन उद्योग को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकता है।
भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत
यदि भारत सरकार और पर्यटन उद्योग मिलकर इन द्वीपों को विकसित करें, तो ये मालदीव, थाईलैंड, बाली और यूरोपीय समुद्री पर्यटन स्थलों को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। सरकार को द्वीप पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सुविधाओं में सुधार, होटल और परिवहन व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
“अतुल्य भारत” को खुद भारतीयों को अपनाने की जरूरत
भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां हर प्रकार की भौगोलिक विशेषता – बर्फीली चोटियाँ, रेगिस्तान, वर्षावन, समुद्री द्वीप, नदियाँ, और हिल स्टेशन – सब कुछ उपलब्ध है। यदि भारतीय नागरिक अपनी ही भूमि की सुंदरता को पहचानें और उसे बढ़ावा दें, तो यह न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि भारत को दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थलों में भी शामिल कर सकता है।
तो अगली बार विदेश यात्रा का प्लान बनाने से पहले अपने ही देश के इन खूबसूरत द्वीपों को एक बार जरूर देखें – क्योंकि “अतुल्य भारत” की खूबसूरती कहीं और नहीं मिलेगी!



