रायपुर। राजधानी में धर्मांतरण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ताजा मामला रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र के जुलूम गांव का है, जहां कई सालों से लोगों को लालच देकर धर्मांतरण कराने का आरोप लगा है। इससे पहले WRS कॉलोनी में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। जुलूम गांव में स्थानीय लोगों का आरोप है कि संतान न होने पर बच्चा होने का भरोसा दिलाया जा रहा है। इसके साथ ही परीक्षाओं में पास कराने और पैसों का लालच देकर भी लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
तीन पुरुष और दो महिलाएं हिरासत में
मामले की शिकायत मिलने पर मुजगहन थाना पुलिस ने तीन पुरुष और दो महिलाओं को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन पर गांव के भोले-भाले लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। पूछताछ के दौरान मामला तब गरमा गया, जब बजरंग दल के कार्यकर्ता और ईसाई समुदाय के लोग थाने में पहुंच गए और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
थाने में जमकर हुई नारेबाजी
थाने में दोनों पक्षों की मौजूदगी से माहौल तनावपूर्ण हो गया। बजरंग दल के कार्यकर्ता धर्मांतरण को लेकर आक्रोशित थे, वहीं ईसाई समुदाय के लोग इसे गलत आरोप बताते हुए विरोध कर रहे थे। दोनों पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी हुई, जिसके बाद पुलिस को स्थिति संभालने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस कर रही है जांच
मुजगहन थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जिन लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है, उनके खिलाफ आरोपों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि धर्मांतरण में लालच देने की बात कितनी सही है।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
रायपुर में धर्मांतरण के मामले पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। कुछ समय पहले WRS कॉलोनी में भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जहां धर्म परिवर्तन को लेकर विवाद हुआ था। लगातार बढ़ते ऐसे मामलों ने पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर माहौल शांत कराया है। मामले की विस्तृत जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।