तेजपत्ता भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण मसाला है, जो न केवल भोजन को सुगंधित बनाता है, बल्कि उसके स्वाद को भी कई गुना बढ़ा देता है। गर्म मसालों में अहम स्थान रखने वाला यह पत्ता अक्सर सब्जियों, पुलाव और खास व्यंजनों में उपयोग किया जाता है।
शहर के एक परिवार ने घर में ही तेजपत्ते का पेड़ उगाकर इसे अपनी रसोई का अभिन्न हिस्सा बना लिया है। उनका मानना है कि बाजार के पैक्ड मसालों की तुलना में घर में उगाए और तैयार किए गए मसाले अधिक शुद्ध और सुगंधित होते हैं।
घर में उगाए गए तेजपत्ते की खासियत यह होती है कि जब चाहें ताजा पत्तियां तोड़कर इस्तेमाल की जा सकती हैं। यह पेड़ न केवल मसालों की जरूरत पूरी करता है, बल्कि घर के वातावरण को भी खुशबूदार बनाए रखता है।
गृहिणियों में अब घर पर ही मसाले तैयार करने का चलन बढ़ रहा है। एक गृहिणी ने बताया, “हम बाजार से साबुत मसाले लाकर खुद पीसते हैं, जिससे मसालों की शुद्धता बनी रहती है और उनका स्वाद बाजार के ब्रांडेड मसालों से कहीं बेहतर होता है।”
विशेषज्ञों के अनुसार, तेजपत्ता केवल स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं। कुछ लोग इसे चाय में डालकर भी पीते हैं, जिससे पाचन तंत्र बेहतर रहता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
यदि आपके घर में थोड़ी सी जगह है, तो आप भी तेजपत्ते सहित अन्य मसाले जैसे धनिया, पुदीना, हल्दी आदि उगाने की कोशिश कर सकते हैं। शुद्ध मसाले न केवल सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि पारंपरिक स्वाद को भी बरकरार रखते हैं।