राजधानी में ही 51.87 करोड़ से जनजातीय और साँस्कृतिक सम्मेलन केंद्र भी तैयार होगा
संसद में बृजमोहन अग्रवाल के पर्यटन विकास सम्बन्धी सवाल पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दी जानकारी
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ाने पर सरकार से संसद में की पूछताछ
छत्तीसगढ़ के पर्यटन को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर चर्चित करने के लिए सरकार से योजनाओं पर ली जानकारी
छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों चित्रकूट जलप्रपात, सिरपुर,बस्तर, मैत्र संस्कृत केंद्र के विकास का माँगा ब्यौरा
नई दिल्ली, रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ के विकास के लिए हमेशा सक्रिय रहते हैं। इसी के अंतर्गत संसद के प्रश्न काल के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्र सरकार से पूछा कि छत्तीसगढ़ के पर्यटन को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर चर्चित करने के लिए कौन कौन सी योजना संचालित हो रही हैं।
सोमवार को संसद के प्रश्न काल के दौरान उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछा कि छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों चित्रकूट जलप्रपात, सिरपुर, बस्तर, मैत्र संस्कृत केंद्र आदि को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार क्या क्या कार्य योजना बना रही है।
उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या सरकार का राज्य में धार्मिक सांस्कृतिक और पारिस्थितिकी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैकेज जारी करने का कोई विचार है। बृजमोहन अग्रवाल ने आगे पूछा कि क्या सरकार राज्य के पर्यटन स्थलों पर सड़क, परिवहन, होटल और सुरक्षा सुविधाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए कोई ठोस योजना लागू कर रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और पुनर्निर्माण के लिए क्या कोई विशेष अनुदान भी दे रही है।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि क्या केंद्र सरकार का छत्तीसगढ़ के पर्यटन में जुड़े स्थानिक कार्यक्रमों के लिए विशेष प्रशिक्षण योजना लागू करने का कोई विचार है।
स्वदेश दर्शन योजना की शुरुआत के बाद छत्तीसगढ़ के पर्यटन को दिया जा रहा बढ़ावा : शेखावत
सांसद बृजमोहन अग्रवाल के सवाल पर सदन में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि रायपुर में 95.79 करोड़ की लागत से चित्रोत्पला फिल्म सिटी का विकास हो रहा है साथ ही राजधानी रायपुर में ही 51.87 करोड़ से जनजातीय और साँस्कृतिक सम्मेलन केंद्र भी तैयार हो रहा है। शेखावत ने आगे बताया कि वर्ष 2014-15 में स्वदेश दर्शन योजना की शुरुआत के बाद से पर्यटन मंत्रालय ने विभिन्न विषयगत परिपथों के अंतर्गत 5287 करोड रुपए की लागत की कुल 76 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य में एक परियोजना भी शामिल है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि तीर्थ स्थल जीर्णोद्धार एवं आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान प्रशाद योजना के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ राज्य में एक परियोजना सहित देश में 1620. 21 करोड रुपए की लागत की 48 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसके अलावा भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024 25 में छत्तीसगढ़ राज्य में पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता एसएएससीआई
वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों का विकास नामक अपनी योजना के तहत दो परियोजना सहित 23 राज्यों में 3295. 76 करोड़ रुपए की लागत से करीब 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
शेखावत ने आगे बताया कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में पर्यटन से संबंधित स्थानीय कारीगरों कलाकारों और गाइडों के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता योजना नहीं है। हालांकि मंत्रालय अपने हुनर से रोजगार तक कार्यक्रम के तहत सेवा प्रदाताओं के लिए क्षमता निर्माण योजना के तहत देश भर में विभिन्न राज्य सरकारों और सूचीबद्ध निजी संस्थानों आदि को व्यवसायिक व्यापार या शिल्प पर्यटन और अतिथि से संबंधित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
शेखावत के अनुसार पर्यटन मंत्रालय अतुल्य भारत पर्यटक सुविधा प्रदाता प्रमाणन कार्यक्रम भी चला रहा है यह एक डिजिटल पहल है जिसका उद्देश्य देश भर में प्रशिक्षित और पेशेवर पर्यटक सुविधा प्रदाताओं गाइडों का एक समूह बनाने के उद्देश्य से एक ऑनलाइन शिक्षक मंच बनाना है।
शेखावत बताया कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत छत्तीसगढ़ में
जनजाति परिपथ के तहत 96.10 करोड़ की लागत से
जशपुर- कुनकुरी- मैनपाट-कमलेशपुर- महेशपुर- सरोधादादर-
गंगरेल – कोंडागांव -नथियानवागांव जगदलपुर -चित्रकूट- तीर्थगढ़ का विकास किया जा रहा है। इसके अलावा 44.84 करोड़ की लागत से मां बमलेश्वरी मंदिर में सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। रायपुर में 95.79 करोड़ की लागत से
चित्रोत्पला फिल्म सिटी का विकास किया जा रहा है साथ ही
रायपुर में 51.87 करोड़ की लागत से जनजातीय और साँस्कृतिक सम्मेलन केंद्र का भी विकास किया जा रहा है।