दंतेवाड़ा, 9 अप्रैल — छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा ज़िले में एक ओर जहां सुरक्षाबलों के खिलाफ माओवादियों की हिंसक गतिविधियाँ जारी हैं, वहीं दूसरी ओर नक्सलियों की ओर से शांति वार्ता को लेकर एक अहम प्रस्ताव सामने आया है।
उत्तर-पश्चिम सब ज़ोनल ब्यूरो के प्रभारी नक्सली नेता रूपेश द्वारा जारी किए गए एक प्रेस नोट में कहा गया है कि संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं।
प्रेस नोट के अनुसार, नक्सलियों ने कहा है कि शांति वार्ता की प्रक्रिया स्थानीय नेतृत्व की राय के आधार पर ही आगे बढ़नी चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ‘कगार अभियान’ जैसे सुरक्षा बलों के सघन अभियानों को रोकना वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए ज़रूरी है।
नक्सली नेता ने यह भी संकेत दिया है कि विजय शर्मा द्वारा उठाए गए मुद्दों को वार्ता के एजेंडे में शामिल किया जा सकता है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में क्षेत्र में आईईडी ब्लास्ट की घटनाओं ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रस्ताव सरकार और प्रशासन के लिए एक नई चुनौती और अवसर दोनों प्रस्तुत करता है।
हालांकि, अब सभी की निगाहें राज्य सरकार और केंद्र की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं कि वे इस प्रस्ताव को किस नज़र से देखते हैं।