रायपुर/बस्तर।
बस्तर के नारायणपुर-सोनपुर-मरोड़ा मार्ग में निर्माणाधीन सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने बड़ी कार्रवाई की है। निर्माण कार्य में लापरवाही और घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायत मिलते ही डिप्टी सीएम ने अफसरों को तत्काल संज्ञान लेने के निर्देश दिए और शाम होते-होते जांच समिति गठित कर दी गई।
डिप्टी सीएम साव ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से विभागीय आदेश की प्रति सार्वजनिक करते हुए अपनी मंशा साफ कर दी कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की नीति “जीरो टॉलरेंस” की है। उन्होंने लिखा:
“माओवाद और भ्रष्टाचार वाद दोनों का समूल नाश निश्चित है विष्णु के सुशासन में! विकास भी होगा सांय-सांय, कार्रवाई भी होगी सांय-सांय।”
उल्लेखनीय है कि नारायणपुर-सोनपुर-मरोड़ा मार्ग एलडब्ल्यूई योजना के अंतर्गत बन रही है, जिसका उद्देश्य बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में आधारभूत ढांचा मजबूत कर वहां विकास और विश्वास स्थापित करना है।
डिप्टी सीएम ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि:
“बस्तर के विकास के रोडमैप में कोई भी बाधा आए, उस पर शासकीय बुलडोजर चला दिया जाएगा।”
पिछली कार्रवाई में भी दिखी थी सख्ती
हाल ही में इसी तरह की एक शिकायत में डिप्टी सीएम साव की सजगता के चलते पीडब्ल्यूडी विभाग ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का ठेका रद्द किया था। आरोप था कि चंद्राकर, जो एक तथाकथित कांग्रेस कार्यकर्ता भी है, ने सड़क निर्माण में भारी अनियमितता की थी। इसके बाद पुलिसिया कार्रवाई भी की गई थी।
डिप्टी सीएम साव लगातार स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि न केवल नक्सलवाद, बल्कि “भ्रष्टाचारवाद” के खिलाफ भी सरकार उतनी ही आक्रामक और प्रतिबद्ध है।