2025 के पहले 6 महीने… देश के लिए आफत बने हादसे
साल 2025 का पहला आधा हिस्सा देश के लिए कई बड़े हादसों से भरा रहा। कभी आसमान से आफत बरसी तो कभी जमीन पर चीख-पुकार मच गई। इन 6 महीनों में हुए 6 बड़े हादसों ने देश को झकझोर कर रख दिया। इन घटनाओं ने सैकड़ों लोगों की जान ली, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान किया और पूरे देश को शोक में डुबो दिया।
1. अहमदाबाद विमान हादसा – 12 जून 2025
गुजरात की आर्थिक राजधानी अहमदाबाद में 12 जून को बड़ा विमान हादसा हुआ। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरते वक्त यात्री विमान क्रैश हो गया। इस भीषण दुर्घटना में दर्जनों यात्रियों की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर जारी रहा। शुरुआती जांच में तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है। हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया।
2. हरिद्वार महाकुंभ में भगदड़ – 15 अप्रैल 2025
आस्था का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ इस बार हादसे की वजह से सुर्खियों में आ गया। हरिद्वार के हर की पौड़ी पर स्नान के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। भीड़ बेकाबू हो गई और 42 श्रद्धालु अपनी जान गंवा बैठे। प्रशासन की तैयारियों की पोल इस हादसे ने खोल कर रख दी।
3. ओडिशा के बालासोर में रेल हादसा – 19 फरवरी 2025
बालासोर में हुए रेल हादसे ने 2023 के दर्दनाक रेल हादसे की याद ताजा कर दी। दो यात्री ट्रेनें आमने-सामने टकरा गईं, जिसमें 78 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। ट्रैक पर तकनीकी खामी के चलते यह भीषण टक्कर हुई। सरकार ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए।
4. दिल्ली गैस लीक कांड – 9 मार्च 2025
राजधानी दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र में केमिकल फैक्ट्री में गैस लीक हो गया। जहरीली गैस फैलने से 18 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई मजदूरों की हालत गंभीर बनी रही। फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी इस त्रासदी का कारण बनी। इस हादसे ने फिर से औद्योगिक सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
5. मुंबई फ्लाईओवर हादसा – 27 जनवरी 2025
मुंबई के अंधेरी इलाके में निर्माणाधीन फ्लाईओवर का बड़ा हिस्सा अचानक गिर गया। इस हादसे में 11 मजदूरों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। लापरवाही और घटिया निर्माण सामग्री के कारण यह दुर्घटना घटी। हादसे के बाद ठेकेदार और इंजीनियरों पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई।
6. उत्तराखंड भूस्खलन त्रासदी – 5 मई 2025
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के बाद बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। दर्जनों घर जमींदोज हो गए और करीब 36 लोगों की मौत हो गई। एनडीआरएफ और सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला। पहाड़ों पर लगातार हो रहे निर्माण और अंधाधुंध कटाई को इसका कारण बताया जा रहा है।
साल 2025 की ये घटनाएं देश के आपदा प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था और विकास की कीमत पर उठ रहे जोखिमों पर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं। कहीं तकनीक ने धोखा दिया तो कहीं मानवीय लापरवाही ने जानलेवा रूप ले लिया। देश के लिए यह पहला आधा साल बेहद मुश्किल भरा रहा।
