रायपुर से हरिद्वार, इंदौर, बैंगलोर और अयोध्या के लिए नई ट्रेनों की मांग
रायपुर। रेलवे सेवाओं में गिरावट, ट्रेनों की अनियमितता और रायपुर मंडल की उपेक्षा को लेकर मंगलवार को कांग्रेस ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश को विस्तृत ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रायपुर पश्चिम के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किया।
ज्ञापन में रायपुर से विभिन्न प्रमुख शहरों के लिए नई ट्रेन सेवाएं, बंद की गई लोकल ट्रेनों की पुनर्बहाली, रेलवे भूमि पर हो रहे अतिक्रमण और स्टेशनों की आधारभूत सुविधाओं में सुधार की मांग प्रमुख रही।
विकास उपाध्याय ने कहा कि रेलवे कॉलोनियों की सड़कों, ओवरब्रिजों और अंडरब्रिजों के निर्माण में अनावश्यक विलंब, और सरोना स्टेशन के विस्तार में शिथिलता यात्रियों को परेशानी में डाल रही है। उन्होंने रायपुर एम्स के पास स्थित सरोना स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों का ठहराव, तथा उरकुरा स्टेशन को अमृत भारत योजना के अनुरूप विकसित करने की आवश्यकता बताई।

ज्ञापन में भवानी नगर कोटा अंडरब्रिज, ग्रीन कॉरिडोर निर्माण, रायपुर स्टेशन की स्कैनिंग मशीनों के उपयोग, तथा ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता जैसे मुद्दे भी उठाए गए। साथ ही, रेलवे की जमीन पर कब्जा कर कॉलोनियां बसाने के मामलों में जांच और कार्रवाई की मांग की गई।
पूर्व विधायक ने कहा कि जनरल कोचों की संख्या में लगातार कटौती यात्रियों के लिए कष्टदायक बनती जा रही है। कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनों में केवल दो से तीन जनरल कोच रह गए हैं, जबकि मांग को देखते हुए कम से कम पांच जनरल कोच अनिवार्य हैं।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग स्टेशनों के विस्तार पर खर्च किए जा रहे 1250 करोड़ रुपए के पीछे स्टेशनों के निजीकरण की योजना तो नहीं?
ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस नेताओं में कमलाकांत शुक्ला, देवकुमार साहू, ईश्वरी नामदेव, हरीश साहू, अमित शर्मा (लल्लू), संदीप सिरमौर, राजेश बघेल, शानू दीवान सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।