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गौरांग दास प्रभु का प्रेरणादायी सत्र – Yi रायपुर का भव्य आयोजन

रायपुर, 29 अगस्त।
यंग इंडियंस (Yi) रायपुर चैप्टर द्वारा राजधानी स्थित होटल हयात में गुरुवार को एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता, संन्यासी, TEDx वक्ता एवं स्थिरता (Sustainability) के दूरदर्शी विचारक गौरांग दास प्रभु ने अपने प्रेरक उद्बोधन से सभी उपस्थित लोगों को आत्मचिंतन की ओर प्रेरित किया।

प्रभुजी के विचार – आध्यात्मिकता और धर्म का महत्व

सत्र की शुरुआत में ही प्रभुजी ने कहा—
“जब मन शांत और स्पष्ट होता है, तब रचनात्मकता नदी की तरह बहती है।”
उन्होंने धर्म (Dharma) और आध्यात्मिकता (Spirituality) को जीवन का मूल आधार बताते हुए समझाया कि भौतिक सुख सुविधाएं जीवन को संपूर्ण नहीं बना सकतीं। वास्तविक आनंद, मानसिक शांति और संतुलन तभी संभव है जब व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलकर आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाए।

प्रभुजी ने युवाओं को संदेश दिया कि सफलता और नेतृत्व तभी सार्थक है, जब वह मानवीय संवेदनाओं और आत्मिक जागरूकता से जुड़ा हो। उन्होंने जीवन में अनुशासन, ध्यान और सेवा भाव को आवश्यक बताते हुए कहा कि यही तत्व व्यक्ति को समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी बनाते हैं।

150 से अधिक सदस्य हुए शामिल

इस प्रेरणादायी सत्र में 150 से अधिक सदस्य एवं अतिथि उत्साहपूर्वक शामिल हुए। प्रतिभागियों ने इसे जीवन-परिवर्तनकारी अनुभव बताते हुए कहा कि इस आयोजन ने आत्मिक चिंतन, जागरूक नेतृत्व और रचनात्मक दृष्टिकोण को नई दिशा दी है।

विशेष अतिथि एवं प्रायोजक

इस अवसर पर कई विशिष्ट अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। Ideal Insurance से माधव तोशनीवाल Rishabh Builders से भरत जैन सुलोचन दास प्रभु एवं अन्य गणमान्य अतिथि इनके सहयोग से आयोजन और भी गरिमामय बन गया।

आयोजन में सक्रिय योगदान

यह सफल कार्यक्रम Yi Learning Team द्वारा आयोजित किया गया। आयोजन समिति से शुभम अग्रवाल खंडेलवाल एवं सुश्री नताशा ने विशेष भूमिका निभाई।
संपूर्ण आयोजन Yi Raipur Chair गौरव अग्रवाल एवं Co-Chair पंकज सोमानी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों ने गौरांग दास प्रभु का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए, क्योंकि यह न केवल आत्मिक शांति और प्रेरणा देते हैं, बल्कि समाज और नेतृत्व को भी नई दिशा प्रदान करते हैं।

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