
रायपुर। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ के 16 हजार संविदा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफ़ा देने का ऐलान किया है। जिला एनएचएम संघ के संगठन मंत्री अमन दास ने इसकी पुष्टि की। वहीं रायपुर के सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी का कहना है कि ज्ञापन मिला है, लेकिन स्वीकार नहीं किया गया है।
बुधवार को 25 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई थी, जिसके बाद विरोध और उग्र हो गया। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार बातचीत के रास्ते बंद कर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि अब आंदोलन ही एकमात्र विकल्प बचा है।
मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव आंदोलनकारियों के मंच पर पहुंचे और कहा कि पिछली सरकार इनकी मांगें पूरी नहीं कर पाई थी, इसी वजह से सत्ता से बाहर होना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मौजूदा सरकार ने भी लापरवाही की तो वही अंजाम होगा।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी कर्मचारियों के समर्थन में बयान दिया। दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कर्मचारियों की कई मांगें पूरी की जा चुकी हैं और बाकी मांगों को केंद्र सरकार को भेजा गया है। इसके लिए एक समिति भी गठित की गई है।
