जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा धमाका हो गया है। वन एवं परिवहन मंत्री केदार कश्यप पर आरोप है कि उन्होंने जगदलपुर सर्किट हाउस में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र पांडे की जमकर पिटाई कर दी। वजह सिर्फ इतनी थी कि दरवाजा खोलने में थोड़ी देर हो गई।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, मंत्री कश्यप जब सर्किट हाउस पहुंचे तो उन्होंने कमरे का दरवाजा खोलने को कहा। मामूली देरी से नाराज मंत्री ने कथित तौर पर कर्मचारी को थप्पड़ और लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया।
पीड़ित कर्मचारी का आरोप है कि उसकी कोई गलती नहीं थी, फिर भी मंत्री ने गालियां दीं और थप्पड़ बरसाए। उसकी पत्नी भी मीडिया के सामने आकर रो पड़ी और बोली कि मंत्री ने सत्ता के नशे में हमारे परिवार की बेइज्जती की। हमें न्याय चाहिए।
कांग्रेस का हमला
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। विपक्ष का कहना है कि मंत्री सत्ता के नशे में चूर हैं। आम जनता और कर्मचारी इनके गुस्से का शिकार हो रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि मुख्यमंत्री तुरंत केदार कश्यप से इस्तीफा लें और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए।
सोशल मीडिया में आग
कर्मचारी और उसकी पत्नी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। कांग्रेस नेताओं और आम यूजर्स ने इसे शेयर कर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। कई यूजर्स का कहना है कि भाजपा मंत्री खुद को खुदा समझ बैठे हैं और जनता को अपमानित करना इनकी आदत बन गई है।
बड़ा सवाल
अब सवाल यह है कि क्या पीड़ित कर्मचारी को न्याय मिलेगा या मामला दबा दिया जाएगा। राज्य में भाजपा की सरकार है और आरोपी भी मंत्री हैं। ऐसे में प्रशासन की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
