गौरेला-पेंड्रा-मारवाही जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों में सुस्ती और लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने सख्त रुख अपनाया है। निर्धारित समयसीमा में काम पूरा नहीं करने और कई बार चेतावनी देने के बाद भी सुधार न दिखाने पर 6 ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर एक वर्ष के लिए अपात्र घोषित कर दिया गया है।
यह कार्रवाई जिले में कार्य संस्कृति सुधारने और जवाबदेही तय करने की दिशा में कलेक्टर मंडावी का अब तक का सबसे बड़ा कदम मानी जा रही है।
नोटिस के बाद भी नहीं सुधरे ठेकेदार
जानकारी के मुताबिक, जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव-गांव नल जल योजना का कार्य प्रगति पर है। कई ठेकेदारों को पाइपलाइन बिछाने, टंकी निर्माण और जलापूर्ति व्यवस्था विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
लेकिन 45 ठेकेदारों को निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरा न करने पर पहले ही नोटिस जारी किया गया था, बावजूद इसके 6 ठेकेदारों ने अपने अनुबंधित कार्यों को अधूरा छोड़ दिया।
स्थिति की गंभीरता देखते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने इन ठेकेदारों के विरुद्ध एक वर्ष के लिए जल जीवन मिशन के सभी कार्यों से अपात्र घोषित करने का आदेश जारी किया।
इन ठेकेदारों पर गिरी गाज
मेसर्स दिनेश कुमार, शांति नगर, कोरबा
मेसर्स गणेश बिल्डकॉन, प्रो. अंकित अग्रवाल, सूरजपुर (3 अनुबंध)
मेसर्स सिद्धि विनायक कंस्ट्रक्शन, प्रो. सागर सोनी, सिरगिट्टी तारबाहर, बिलासपुर (2 अनुबंध)
इन ठेकेदारों के खिलाफ जल जीवन मिशन के अनुबंध प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है।