कोरिया / पटना थाना क्षेत्र मे रावण दहन के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में फुहड़ गानों का मजा लेना थानेदार को काफी मंहगा पड़ा। दरअसल मंगलवार को विजयादषमी के पर्व पर पटना में रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। लेकिन जैसे जैसे शाम ढलती गई वैसे – वैसे कार्यक्रम समाजिक नजरो से अश्लील होता चला गया। जहां एक ओर कई जनप्रतिनिधि फुहड़ गानों का मजा लेते रहे तो वहीं पटना थाने के थानेदार भी खुद स्टेज पर बैठक कर लुत्फ उठाते नजर आये।
जिस पुलिस की जिम्मेदारी कानून का पालन कराने की होती है और जिस कंधे पर व्यवस्था कायम रखने का दारोमदार होता है वह खूद फुहड़ गानों पर लगने वाले ठुमकों का मजा लेते नजर आया। दरअसल पूरा मामला विजयादशमी के पर्व पर पटना मे आयोजित जगराता कार्यक्रम का है जहां आयोजन समिति द्वारा छत्तीसगढ़ी आरकेस्ट्रा का प्रोग्राम रखा गया था। कार्यक्रम शुरू तो हुआ था भक्तिमय गीत संगीत से लेकिन जैसे जैसे रात ढलती गई वैसे वैसे कार्यक्रम में फुहड़ता हावी होने लगी और एक के बाद एक कई भद्दे गानों पर कलाकार नाचते नजर आये। वहीं गौर करने वाली बात यह रही कि कार्यक्रम में खुद पटना थाना प्रभारी भी मौजूद थे और देर रात तक चले कार्यक्रम को रोकवाने के वजाय वे खुद कार्यक्रम का मजा ले रहे थे। कार्यक्रम बस फुहड़ गानों तक सिमित नही रहा बल्कि थानेदार के सामने ही बिहार और मुंबई की तर्ज पर जमकर रूपये भी उडाये गये लेकिन थाना प्रभारी ने यह सब रूकवाना तो दूर इसका विरोध तक नही किया। उक्त कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री के पुत्र विजय राजवाडे के गन मैन द्वारा हवाई फायर करने की बात भी सामने आयी लेकिन कार्यक्रम मे मौजूद श्रम मंत्री के पुत्र विजय राजवाडे ने इसका खंडन करते हुए कहा कि गनमैन सुरक्षा के मद्देनजर सांथ रखा गया था और ऐसा कुछ भी नही हुआ है। उन्होने यह भी कहा कि रावण दहन का कार्यक्रम चल रहा था जिसमें पटाखे भी फूट रहे थे और गोली चलने की बात अफवाह मात्र है।

