कोनी थाना क्षेत्र के निरतु गांव में अंधविश्वास का मामला, पुलिस ने किया इनकार
सुनील सिंह की कलम बिलासपुर। कोनी थाना क्षेत्र अंतर्गत निरतु गांव में मंगलवार देर रात अंधविश्वास से जुड़ा एक मामला सामने आया। शमशान घाट में संदिग्ध तरीके से पूजा-पाठ कर रहे 7 लोगों को पुलिस ने मौके से हिरासत में लिया। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम छतोंना निवासी ठाकुर परिवार अपनी बीमार बेटी के उपचार के लिए शमशान में विशेष पूजा करवा रहा था। पूजा में शामिल लोग देर रात गुप्त रूप से शमशान पहुंचे, जिससे ग्रामीणों को संदेह हुआ और उन्होंने नरबलि की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही कोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूजा कर रहे 7 लोगों को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने बताया कि यह एक सामान्य पूजा-पाठ की प्रक्रिया थी और किसी भी तरह की नरबलि या आपराधिक गतिविधि के सबूत नहीं मिले हैं।
कोनी थाना प्रभारी ने बताया कि “पूजा में कोई आपत्तिजनक सामग्री या हिंसक कृत्य नहीं पाया गया। यह अंधविश्वास से जुड़ा मामला जरूर प्रतीत होता है, लेकिन फिलहाल किसी भी अपराध की पुष्टि नहीं हुई है।”
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद आगे की जांच शुरू कर दी है। वहीं, गांव में इस घटना के बाद भय और चर्चा का माहौल बना हुआ है।