नई दिल्ली/पटना। लोकसभा और सोशल मीडिया पर अपनी मधुर आवाज़ से देशभर में पहचान बना चुकी मैथिली ठाकुर ने अब राजनीति में भी इतिहास रच दिया है। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रभावशाली जीत हासिल कर वे देश की सबसे कम उम्र की विधायक बन गई हैं।
उनकी जीत के साथ ही उन्होंने तेलंगाना के रोहित मयनमपल्ली का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिन्हें अब तक देश का सबसे युवा विधायक माना जाता था।
किनका रिकॉर्ड टूटा?
तेलंगाना के नेता मयनमपल्ली रोहित का जन्म 1 नवंबर 1997 को हुआ था। मेडिकल की पढ़ाई कर चुके रोहित युवा चेहरा होने के कारण सुर्खियों में थे, लेकिन अब यह रिकॉर्ड मैथिली के नाम दर्ज हो गया है।
मैथिली ठाकुर का राजनीतिक सफर
लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर का जन्म 25 जुलाई 2000 को हुआ था। संगीत परिवार से ताल्लुक रखने वाली मैथिली ने बहुत कम उम्र में गायिकी में राष्ट्रीय पहचान बनाई।
‘इंडियन आइडल जूनियर’ और ‘राइजिंग स्टार’ जैसे शो से उन्हें बड़ी लोकप्रियता मिली।
सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं।
यही लोकप्रियता अब राजनीतिक समर्थन में बदल गई और उन्होंने बिहार के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में शानदार जीत दर्ज की।
विधानसभा में नई ऊर्जा
मैथिली ठाकुर की जीत को बिहार में नई पीढ़ी की राजनीति के रूप में देखा जा रहा है। युवाओं, महिलाओं और पहली बार वोट देने वालों में उन्हें भारी समर्थन मिला।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उनकी साफ-सुथरी छवि, सोशल मीडिया प्रभाव और स्थानीय मुद्दों पर मजबूत पकड़ ने उन्हें बढ़त दिलाई।
परिवार और क्षेत्र में खुशी का माहौल
उनकी ऐतिहासिक जीत की खबर के बाद उनके गांव और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
जगह-जगह मिठाइयां बांटी गईं। परिवार ने इसे “लोकतंत्र की नई शुरुआत” बताया।
सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़
देशभर से प्रशंसक और दिग्गज नेता मैथिली ठाकुर को बधाई दे रहे हैं। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर उनकी ऐतिहासिक जीत को लेकर पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे हैं।
