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लापरवाही के चलते मजदूर की मौत अब पुलिसियां कार्यवाही पर सवाल

रिपोर्ट / मुकेश विश्वकर्मा / 9981361600

पेंड्रा / क्या किसी व्यक्ति की जान की कीमत महज 7000 हजार रुपया है सुनने में आपको थोड़ा अटपटा जरुर लगेगा पर ये हकीकत है मामला सामने आया है बिलासपुर जिले के आदिवासी विकासखंड़ गौरेला में जहां पर रेल्वे के एक ठेकेदार ने काम के दौरान लापरवाही बरती और लापरवाही के चलते एक मजदूर की मौत हो गयी जिसके बाद ठेकेदार ने मृतक के परिवार के लोगों का कम पढ़े लिखे होने का फायदा उठाते हुये गुपचुप तरीके से बिना किसी को जानकारी दिये मृतक का अंतिम संस्कार कराकर दिया मामले की जानकारी पुलिस तक पहुची तो 4 दिन बाद भी पुलिस की कार्यवाही पर भी सवालिया निशान उठने लगे।
दरअसल पुरा मामला गौरेला के विकासखंड़ के बढ़ावनडाडं गांव का है जहां रहने वाले 28 साल के मान सिंह भैना खोड़री गांव में रहने वाले रेल्वे के ठेकेदार सालिक गुप्ता के अधीन मजदूरी करता था और सोमवार को सुबह अन्य मजदूरों के साथ मान सिंह भी रेल्वे ठेकेदार सालिक गुप्ता का साईड़ भनवॉरटक और टॉर्मिनल के बीच जहां पर काम चल रहा था गया बिना सुरक्षा उपायों के साथ काम कर रहे अन्य मजदूरों के साथ मान सिंह भी वहा काम करने में भीड़ गया मौके पर उपस्थित मजदूरों के अनुसार ठेकेदार का फरमान था कि जल्द से जल्द सीमेंट की बोरियों साईड तक पहुचनी चाहिये जिसके बाद मान सिंह और अन्य मजदूर सीमेंट की बोरी लेकर पहाड़ी के रास्ते निकल गया जहां पर मानसिंह का पैर फिसला और मानसिंह सीधे पटरी में गिरा और गम्भीर चोट लगने के कारण मान सिंह की मौके पर ही मौत हो गयी।जिसके बाद ठेकेदार गुपचुप तरीके से बिना किसी को घटना की जानकारी दिये बगैर ही मृतक का शव घटना स्थल बेलगहना चौकी इलाके से लाकर गौरेला थानाक्षेत्र में मृतक के घर लाकर परिवार वालों को मान सिंह के मौत के बदले सिंह 5000 हजार रुपये ठेकेदार ने दिया और 2000 हजार रुपया ग्राम पंचायत के सरपंच से दिलाया और मृतक के परिजनों को मामले की जानकारी किसी को भी ना देने की बात करते हुये गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार करावा दिया। अंतिम संस्कार के बाद किसी ने मान सिंह की मौत और गुपचुप तरीके से रेल्वे ठेकेदार सालिक गुप्ता कि जानकारी गौरेला पुलिस को दी गयी जिसके बाद गौरेला पुलिस घटना के चार दिन बाद भी मृतक की फोटो तक नही ले पायी और मामले में हमारे द्वारा पूछे जाने पर मर्ग कायम कर आगे की कार्यवाही के लिये बेलगहना चौकी को मामला देने की बात कही वही जब हम मृतक के गांव पहुचे और घटना की जानकारी ली तो पहले तो ग्रामीण मामले में कुछ भी बोलने से बचते रहे पर काफी देर चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बतलाया की रेल्वे का ठेकेदार गाव वालों को धमकी दिया है की मान सिंह के मौत के मामले में किसी को जान ना दे अगर ठेकेदार सालिक गुप्ता को पता चला की गांव का कोई भी व्यक्ति मान सिंह के मौत के मामले में किसी को कुछ भी बतलाया तो उसे आदिवासी एक्ट में जेल भेज देगे वही इस पुरे मामले में गांव में एक चर्चा और है कि गौरेला पुलिस मान सिंह की मौत के मामले में रेल्वे ठेकेदार से मामला दबाने के एवज में पैसों का लम्बा लेनदेन किया है।वही मामले में रेल्वे के वारिष्ठ जनसपंर्क अधिकारी संतोष कुमार की माने तो यह पूरा मामला गम्भीर है और मामले में दोषी ठेकेदार के खिलाफ जांच कराकर नियमों के तहत कड़ी कार्यवाही कि जावेगी।तो कानुन के जानकारों की बात करे तो इस गम्भीर मामले मे तो तत्काल दोषी ठेकेदार के खिलाफ साक्ष्य छिपाने और बिना सुरक्षा उपाये के रेल्वे का काम करने वाले ठेकेदार के खिलाफ नामजद रिर्पोट होनी चाहिये।बहरहाल ठेकेदार इस गम्भीर मामले में मृतक की मौत होने पर उसके घर वालों को 7000 हजार रुपये देकर पुरे मामले से किनारा कर लिया है जिसके बाद गांव वालों में नाराजगी भी है।

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