दिल्ली / प्रधानमंत्री ने विपक्ष के विरोध के बीच लोगों से कहा कि वे उनके ऐप के ज़रिए विमुद्रीकरण पर अपने विचारों से सीधे उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने जनता से सर्वेक्षण में शामिल होने को कहा जिसमें 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों के विमुद्रीकरण किए जाने के संबंध में कई सवाल दिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि विमुद्रीकरण किए जाने से संबंधित फैसले पर वे आपकी राय जानना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने सर्वेक्षण में जिन सवालो पर लोगों की राय मांगी है वे इस प्रकार हैं- 1. क्या आप सोचते हैं कि कालेधन का अस्तित्व भारत में है? 2. क्या आप सोचते हैं कि भ्रष्टाचार और कालेधन को खत्म करना और इस बुराई से लड़ना आवश्यक है? 3. कुल मिलाकर, सरकार द्वारा कालेधन से निपटने के लिए उठाए गए कदम के बारे में आपके क्या विचार हैं? 4. अब तक मोदी सरकार के भ्रष्टाचार से लड़ने के प्रयासों के बारे में आप क्या विचार रखते हैं। 5. 500 और 1000 के नोटो के विमुद्रीकरण के मोदी सरकार के फैसले के बारे में आप क्या सोचते हैं? 6. क्या आप सोचते हैं कि विमुद्रीकरण से कालेधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर लगाम लगेगी? 7. क्या विमुद्रीकरण से रियल इस्टेट, उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं आम आदमी की पहुंच में आई है? 8. भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और जाली मुद्रा की रोकथाम की हमारी लड़ाई में होने वाली असुविधा से क्या आपने परेशानी महसूस की? 9. क्या आप विश्वास करते हैं कि कुछ भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता कालेधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के समर्थन में लड़ाई कर रहे हैं? 10. क्या आपके पास कोई सुझाव, विचार अथवा अंतर्दृष्टि है जिसे आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साझा करना चाहते हैं ? |