०० सूर्यास्त के बाद भी बे रोक – टोक लोड हो रही है गाड़िया, दलाल कहते है कुछ नहीं होने वाला, विजिलेंस, पुलिस, सब सेट है
नियमतह होना ऐसा चाहिए – रोड सेल में कोयला निर्यात ट्रकों के माध्यम से कराया जाता है, कोल मुख्यालय से कोयला की मात्रा की नीलामी रखी जाती है जिसे निविदाकार अपने दर प्रस्तुत कर कोयला डीओ हासिल करता है और तय समय सीमा में ट्रकों के माध्यम से कोयला परिवहन कराते है और यही से शुरू होता है कोयले का काला खेल। जी हा …. भाड़े के ट्रक अपने डीओ होल्डर के पास जाते है और डीओ होल्डर अपना निर्धारित कमीशन तय कर ट्रक को कोयला लदान के अधिकृत स्थान पर भेजता है। जहां से अधिकृत वाहन कोयला लदान कर कांटे में वजन कराकर गेटपास पर्ची ले बाहर आते है और इसके बाद निर्धारित गंतव्य के लिए डीओ होल्डर के कर्मचारियों द्वारा ट्रक चालक को परिवहन पर्ची सौंपता है जिसके बाद ट्रक गंतव्य के लिए रवाना हो जाता है।
अवैध उगाही जोरों पर – एक जानकारी के अनुसार कोयला लोड करने के दौरान प्रत्येक 10 चक्का वाहनों से 22 सौ रूपये तथा टेलर ट्रकों से 27 रूपये वसूला जा रहा है। वही एस ई सी एल के आला अधिकारियों द्वारा इस तरह की बसूली से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताते है कि हमारे कोयला संग्रहण और प्रतिबंधित क्षेत्रो में किसी भी प्रकार की उगाही नही की जाती जब विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रति टन 25 रूपये फिक्स किया गया है।
सूर्यास्त के बाद भी हो रही ट्रको की आवाजाही – पर गाड़ी 10 रूपए निर्धारित – कोयला उत्खनन अधिकृत और प्रतिबंधित क्षेत्र होता है और आमजनो और प्राइवेट गाड़ियों के लिये कुछ विशेष नियम कायदे बनाये गये है। जिसमे कोयला लदान के लिये गेट से अंदर गये वाहनों को खाली गाडी तौल किया जाना, तय समय सीमा में वाहनों का प्रवेश, सूर्यास्त के उपरान्त कोयला या अन्य सामग्रियों के मेन गेट से निकासी वर्जित। प्रत्येक डीओ होल्डरों के एक – एक गाड़ी को ही अंदर प्रवेश दिया जाना और अन्दर गई वाहनों के कोयला लोड के वापसी तक अन्य किसी अन्य वाहनों का प्रवेश वर्जित, वाहन में केवल चालक का प्रवेश, अन्य अवांछित लोगो की एंट्री में रोक तथा लोड गाड़ियों में तिरपाल बांधा जाना तथा परिवहन पर्ची सम्बंधित डीओ होल्डर के ऑफिस से प्राप्त किया जाना है। किन्तु इन तमाम नियमो की अनदेखी से स्वमेव ही स्पष्ट होता है कि कोयला परिवहन में सहूलियतों के एवज में बड़ी रकम बसूली की प्रक्रिया जोरों पर है। वही गाड़ियों की लोडिंग के क्षेत्र में अवांछनीय और संदिग्ध लोगो की भारी भीड़ देखी जा सकती है। जिसमे कभी भी किसी भी प्रकार की बड़ी घटना घटित होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता। वही सूर्यास्त के बाद नाके से बाहर एवं अंदर जाने के लिए प्रति वाहन 10 रुपए निर्धारित शुल्क लेकर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
कथित तौर पर एसईसीएल के सतर्कता विभाग को जाता है हिस्सा ….? – लगभग एक वर्ष पूर्व जब इसी खुली खदान से रोडसेल के दौरान अचानक पहुचकर एसईसीएल के सतर्कता विभाग ने यहां से कोयला लोड कर निकल रही गाड़ियों का तौल कराया था तब बताते है की निर्धारित अनुपात से अधिक मात्रा में कोयला लोड किया जाना पाया गया जिसे सतर्कता विभाग ने ओवर लोड को खुद खड़े होकर खाली करा दिया और कोई कार्यवाही नही की थी। यहां पिछले 6 माह से प्रतिदिन 100 से 200 ट्रक लोड लेकर निकल रही है। जानकारी के अनुसार प्रति ट्रक 2000 से 2700 रूपये वसूले जाने की खबरें आ रही है वही कुछ लोगों ने बताया कि कुछ होने वाला नही सब बंदरबांट में शामिल है पुलिस विभाग से लेकर एस ई सी एल के सतर्कता विभाग को भी हिस्सा जा रहा है।
