राजनांदगाँव जिले के डोंगरगांव ब्लॉक से दिल दहला देने वाली तस्वीरे सामने आई जिसमें कोविड से मृत दो सगी बहनों सहित अन्य लोगों के शव को नगर पंचायत के कचरा फेकने वाले वाहन से ले जाया गया।
राजनांदगाँव जिला मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर डोंगरगांव कोविड केयर सेंटर में दो सगी बहनों सहित तीन लोगों की मौत कोरोना पॉजिटिव होने पर भर्ती रहते हुए पर्याप्त ऑक्सीजन नही मिलने के कारण हुई। वहीं डोंगरगांव के जरवाही निवासी एक महिला की ऑक्सीजन नही मिलने के कारण मौत हुई, एक अन्य महिला की मौत के बाद वह भी कोविड पॉजिटिव पाई गई। वहीं मृतक के को ले जाने मुक्तांजली वाहन नहीं मिलने पर शवों को नगर पंचायत के कचरा फेंकने वाले वाहन से ले जाया गया। पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि कोविड के मरीजो को ऑक्सीजन लेबल बहुत कम था, साथ ही दो सगी बहनों सहित 3 लोगों की मौत कोविड केयर सेंटर में हुई है।
डोंगरगांव में मृतिका दोनों सगी बहने रिश्ते में देवरानी-जेठानी थी। राजनांदगांव जिले में बेकाबू हुए कोरोना में लोगों को बेहतर चिकित्सा नहीं मिल पा रही है। वहीं कोविड से संक्रमित लोगों के शवों को सदगति देने में भी शासन प्रशासन की व्यवस्था भी फेल नजर आ रही है। राजनंदगांव जिले में प्रतिदिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते बुधवार को जिले में 1481 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं 12 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ जिले भर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 10,000 पार हो गई है। वहीं मौत का आंकड़ा भी 300 के पार जा पहुंचे है। इसके बावजूद जिले भर में स्वास्थ सुविधाओं की कमी है और कोरोना का समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है और इलाज के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं।