दिल्ली / पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इससे देश के आम आदमी से लेकर चिंतित है. हमेशा दूसरे ईंधन ऑप्शन का सपोर्ट करने वाले गडकरी को अब पेट्रोल-डीजल से छुटकारा मिल गया है. उन्होंने हाल ही में एक नई कार खरीदी है. इस कार की खासियत यह है कि यह पेट्रोल, डीजल या CNG से नहीं चलती है. गडकरी की नई कार हाइड्रोजन ईंधन से चलती है. गडकरी ने कहा, ‘हम इस कार का इस्तेमाल दिल्ली में करने जा रहे हैं ताकि लोगों को हाइड्रोजन कार पर भरोसा हो सके.’
नितिन गडकरी हमेशा पेट्रोल का इस्तेमाल कम करने की बात करते रहते हैं. उनका विचार है कि निकट भविष्य में भारत को पेट्रोल पर कम निर्भर होना चाहिए. इसके लिए वे अक्सर अलग-अलग ईंधन ऑप्शन के बारे में बात करते हैं. वह ग्रीन हाइड्रोजन पर बसें, ट्रक और कार चलाने की योजना बना रहा है, जो सीवेज और शहर के कचरे से बनता है. उन्होंने 2 दिसंबर को छठे राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन शिखर सम्मेलन के दौरान यह घोषणा की.
इसी इवेंट में उन्होंने अपनी नई कार की भी घोषणा की. गडकरी ने एक पायलट प्रोजेक्ट कार खरीदी है. कार फरीदाबाद में ऑयल रिसर्च इंस्टीट्यूट में विकसित ग्रीन हाइड्रोजन पर चलती है. गडकरी दिल्ली में इस कार का इस्तेमाल लोगों में हाइड्रोजन ईंधन के प्रति विश्वास जगाने के लिए करेंगे. गडकरी ने नवंबर में एक कार्यक्रम में कहा था कि कार कंपनियों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन अनिवार्य करने के लिए अगले दो से तीन दिनों में एक आदेश जारी किया जाएगा. फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली कारें एक से ज्यादा ईंधन का इस्तेमाल कर सकती हैं.
भारत सालाना 8 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोलियम उत्पादों का इम्पोर्ट करता है. गडकरी ने इस सप्ताह एक इवेंट में कहा था कि अगर भारत पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भर है, तो अगले पांच साल में इम्पोर्ट बिल बढ़कर 25 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा. “मैं अगले दो से तीन दिनों में पेट्रोलियम इम्पोर्ट को कम करने के आदेश पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं. इसके तहत कार निर्माताओं को फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली कारें लानी होंगी, ‘गडकरी ने कहा था.
अब गडकरी ने खुद एक ऐसी कार खरीदी है जो हाइड्रोजन से चलती है और इसका इस्तेमाल करेगी. गडकरी स्वयं वैकल्पिक ईंधन को लेकर लोगों के मन में विश्वास जगाने का प्रयास करेंगे.