राजनांदगांव / नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक आज 17 विषयों को लेकर आहूत की गई। बैठक में प्रश्नकाल के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इसके बाद सदन 15 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।
17 विषयों को लेकर आयोजित राजनांदगांव नगर निगम की सामान्य सभा कि शुरुआती ही आज असामान्य रही। प्रश्नकाल के दौरान ही भारतीय जनता पार्टी के पार्षद गगन अईच के द्वारा कांग्रेस के खाद्य विभाग चेयरमैन संतोष पिल्ले पर टिप्पणी से सदन का माहौल खराब हो गया और मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
राजनांदगांव नगर निगम में किराए के वाहन पर लाखों रुपए खर्च करने के प्रश्न के दौरान पार्षद गागन आईच ने खाद्य विभाग के चेयरमैन संतोष पिल्ले को कहा कि पहले आप भारतीय जनता पार्टी में थे। जिस पर संतोष पिल्ले ने इसे व्यक्तिगत टिप्पणी किए जाने का मामला बताते हुए कड़ा विरोध किया। वहीं वह अपनी आसंदी से उठकर भाजपा पार्षद गगन आइज तक पहुंच गए, इस दौरान धक्का-मुक्की की स्थिति निर्मित हो गई और एक वायरल वीडियो में खाद्य विभाग के चेयरमैन द्वारा भाजपा पार्षद पर मुक्के से वार करते देखा गया। इसके बाद मामला बढ़ता गया। सत्ता पक्ष के लोग भाजपा पार्षद से माफी मांगने हंगामा कर रहे थे, तो वही विपक्ष में बैठी भाजपा पार्षद दल ने कांग्रेस चेयरमैन के व्यवहार के खिलाफ उनसे भी माफी मांगने हंगामा किया। मामला बढ़ता देख नगर निगम के अध्यक्ष हरिनारायण धकेता ने 15 मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया। 15 मिनट बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु के कहने पर भाजपा पार्षद गगन आइच ने कांग्रेस पार्षद संतोष पिल्ले से क्षमा मांगा, तो वही कांग्रेस पार्षद संतोष पिल्ले ने भी अपने व्यवहार के लिए सदन में खेद व्यक्त किया। इस मामले को लेकर खाद्य विभाग के चेयरमैन संतोष पिल्ले ने कहा कि उन्होंने भाजपा पार्षद के साथ कोई हाथापाई नहीं की है, धक्का-मुक्की के दौरान ऐसी स्थिति नजर आ रही है। वहीं भाजपा पार्षद गगन आईच ने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
17 विषय को लेकर आयोजित नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक में लोक सेवा केंद्र, नामकरण, दुकान नीलामी सहित अन्य विषयों को रखा गया था। लोक सेवा केंद्र के तहत हितग्राहियों के पेंशन योजना के पहले विषय पर ही एक बार फिर सदन में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ और हंगामा होता रहा। महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि सदन की गरिमा के खिलाफ हर बार विपक्ष के द्वारा हंगामा किया जाता है, उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अपने पार्षद साथियों को कंट्रोल करने से चूक रहे और विपक्ष अपनी गरिमा के विपरीत काम कर रहा है। वहीं सामान्य सभा की बैठक को लेकर नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि महापौर ने सदन में ऐसे विषय को लाया है जिसमें पैसा लगाने की जरूरत नहीं है। विकास के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। वही भ्रष्टाचार के विषय को अंत में रखा गया है।
राजनांदगांव नगर निगम के सामान्य सभा की बैठक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा और सत्ता पक्ष व विपक्ष दोनों एक दूसरे को घेरते नजर आए। इस सामान्य सभा की बैठक में शहर के विकास को लेकर कोई भी अहम मुद्दा नहीं रखा गया था। सत्ता पक्ष और विपक्ष के तकरार के बीच शहर के कई मूलभूत आवश्यकताओं पर चर्चा नहीं हो पाई।