पाकिस्तान में इस्लामाबाद तक लांग मार्च पर निकले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को जानलेवा हमले में बाल-बाल बच गए। उनके पैरों में चार गोलियां लगी हैं। उन्हें लाहौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर है। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने हमले को सुनियोजित बताते हुए इसे पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या का प्रयास करार दिया है। अभी तक किसी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमले के विरोध में पाकिस्तान में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह घटनाक्रम पर करीब से न.जर रख रहा है।
70 वर्षीय इमरान पर यह हमला उस वक्त हुआ जब उनका लांग मार्च पंजाब प्रांत के वजीराबाद में अल्लाहवाला चौक के पास पहुंचा। सीनेटर फैसल जावेद ने बताया कि इस हमले में एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है, जबकि कुछ अन्य घायल हुए हैं। एक गोली फैसल के चेहरे को छूते हुए निकल गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बंदूकधारी ने कंटेनर वाले उस ट्रक पर पास से गोलियां चलाईं जिस पर इमरान खान थे। हमले के तुरंत बाद इमरान को कंटेनर के अंदर ले जाया गया और बाद में उन्हें लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसे वे अज्ञात स्थान पर ले गए हैं।
जियो टीवी की खबर के मुताबिक, हमलावर का नाम नावेद है और उसकी उम्र 20 वर्ष के आसपास है। वह कंटेनर के आसपास घूम रहा था और उसने बायीं ओर से गोलियां चलाईं। समाचार पत्र डान ने एक वीडियो के हवाले से बताया कि पुलिस ने जिस संदिग्ध को गिरफ्तार किया है उसका कहना है, “वह (इमरान खान) लोगों को गुमराह कर रहे हैं और मैं यह नहीं देख सकता। इसलिए मैंने उन्हें मारने की कोशिश की।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी इमरान पर हमले को हत्या का घृणित प्रयास करार दिया। राष्ट्रपति बनने से पहले वह पीटीआइ के नेता थे। वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान पर हमले की निदा की है और आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह को तत्काल घटना की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।