रायपुर: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने विपक्ष के आरोपों पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई कर रही है, जबकि कांग्रेस शासन में घोटालों की भरमार थी। उन्होंने कहा कि साय सरकार में पारदर्शिता को प्राथमिकता दी गई है, और निष्पक्ष जांच के चलते कुछ लोग जेल में हैं और कुछ जमानत पर हैं।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री जायसवाल ने कहा, “विपक्ष केवल आरोप लगाने की राजनीति कर रहा है। वास्तविकता यह है कि जितना भ्रष्टाचार हुआ, वह कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ। साय सरकार में एक भी भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। हमारी सरकार कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई कर रही है, इसलिए जिन लोगों ने गलत किया है, वे या तो जेल में हैं या जमानत पर हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष को किसी भी दबाव में आने की जरूरत नहीं है, बल्कि राज्य सरकार को बिना किसी पूर्वाग्रह के कार्य करने देना चाहिए।
शराब नीति पर विवाद
प्रदेश में 67 नई शराब दुकानों के खोलने के फैसले को लेकर उठे सवालों पर मंत्री जायसवाल ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने अवैध शराब बिक्री पर रोक लगा दी है। पिछली सरकार के समय डबल काउंटर लगाकर शराब बेची जाती थी, जिससे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था। अब यह पूरी तरह बंद हो चुका है, और इससे राज्य का राजस्व भी बढ़ा है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार का मकसद शराब बिक्री से राजस्व बढ़ाना नहीं, बल्कि अनियमितताओं को खत्म करना है।
सीबीआई जांच की मांग पर तंज
नेता प्रतिपक्ष द्वारा सीबीआई जांच की मांग किए जाने पर मंत्री जायसवाल ने कहा, “यह देखकर अच्छा लगता है कि कांग्रेस को अब केंद्रीय एजेंसियों पर भरोसा हो गया है। लेकिन यह उनका दोहरा मापदंड है—जब वे सत्ता में थे, तब सीबीआई जांच नहीं कराते थे, और अब विपक्ष में आने के बाद इसकी मांग कर रहे हैं।”
“विपक्ष को चाहिए सकारात्मक राजनीति”
मंत्री जायसवाल ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति केवल आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि जनता के हितों पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर पारदर्शी है और जनहित में काम कर रही है।