महादेव सट्टा ऐप घोटाला: छत्तीसगढ़ में CBI के छापे, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बयान
बेंगलुरु, कर्नाटक: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप से जुड़े घोटाले की जांच में बड़ा मोड़ आया है। हाल ही में CBI ने इस मामले में छापेमारी की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जहाँ तक मेरी जानकारी है, महादेव ऐप से जुड़े मामले में छापा मारा गया है। पूरे विश्व को पता है कि महादेव सट्टा ऐप के जरिए छत्तीसगढ़ के युवाओं को गुमराह किया गया है।”
क्या है महादेव सट्टा ऐप घोटाला?
महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप एक अवैध सट्टा प्लेटफ़ॉर्म है जो क्रिकेट और अन्य खेलों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा देता था। जांच में पता चला है कि यह ऐप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित किया जा रहा था और इसके संचालक दुबई से काम कर रहे थे।
हजारों करोड़ का घोटाला
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में खुलासा हुआ कि महादेव ऐप के जरिए लगभग 5000 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई। इस घोटाले में शेल कंपनियों और विदेशों में स्थित बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया।
बड़े नामों की संलिप्तता
ईडी की कार्रवाई के दौरान कई राजनीतिक हस्तियों, नौकरशाहों, व्यापारियों और मनोरंजन उद्योग से जुड़े लोगों के शामिल होने के सबूत मिले हैं। बॉलीवुड की कुछ हस्तियों से भी इस मामले में पूछताछ की गई है।
CBI को क्यों सौंपी गई जांच?
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान इस घोटाले के बढ़ने के आरोप लगे थे। बीजेपी की सत्ता में वापसी के बाद राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मामला दर्ज किया। ईडी ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार के कुछ अधिकारी “प्रोटेक्शन मनी” लेकर इस अवैध काम को बढ़ावा दे रहे थे।
29 ठिकानों पर छापेमारी
मार्च 2025 में EOW और ACB ने छत्तीसगढ़ के पांच जिलों में 29 ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज और संदिग्ध सामग्रियां बरामद की गईं। इसके अलावा, लंबे समय से फरार चल रहे एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया।
क्या कहते हैं विष्णु देव साय?
मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने साफ किया कि उनकी सरकार घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शेगी नहीं। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में कानून का राज है। जो भी दोषी होगा, उसे सख्त से सख्त सजा मिलेगी।”
महादेव सट्टा ऐप घोटाला छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन सट्टा घोटाला माना जा रहा है। CBI की एंट्री से अब जांच में तेजी आने की उम्मीद है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में और कौन-कौन से बड़े नाम सामने आते हैं।