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गरियाबंद में रेत माफियाओं का आतंक, पत्रकारों पर हमला, जान से मारने की धमकी, प्रशासन पर गंभीर सवाल ?


गरियाबंद/राजिम, 9 जून |
अवैध रेत खनन की सच्चाई उजागर करने पहुंचे पत्रकारों पर पितईबंद घाट (पैरी नदी) में जानलेवा हमला हुआ। शेख इमरान, थानेश्वर साहू, नेमीचंद बंजारे, लक्ष्मीशंकर और जितेंद्र सिन्हा जैसे पत्रकारों पर खनन माफियाओं के गुर्गों ने हमला कर दिया, कैमरा और पहचान पत्र छीन लिए और बेरहमी से पीटा। पत्रकारों को जान बचाने खेतों और खलिहानों में भागना पड़ा।

वीडियो बना, जो अब वायरल है – प्रशासन की पोल खोलता दृश्य

हमले के दौरान एक पत्रकार ने जान बचाते हुए खुद घटना का वीडियो शूट किया, जिसमें हमलावरों की बर्बरता, पीछा करने की तस्वीरें और घबराए पत्रकारों की हालत कैद है। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों में प्रशासन के प्रति गुस्सा भड़का रहा है।

वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया और किस तरह वे अपनी जान बचाने खेतों में भागते रहे। यह दृश्य स्थानीय प्रशासन की लचर सुरक्षा व्यवस्था और रेत माफियाओं के बढ़ते दबदबे पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।

“फिर दिखे तो जान से मार देंगे” – खुलेआम धमकी

हमलावरों ने साफ कहा कि अगर पत्रकार दोबारा खनन क्षेत्र में दिखे तो “जिंदा नहीं लौटेंगे।” यह बयान पत्रकारों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की आज़ादी दोनों के लिए गंभीर खतरे का संकेत है।

गरियाबंद में रेत माफिया बेलगाम, प्रशासन मूकदर्शक?

गरियाबंद जिले में पैरी और महानदी किनारे अवैध रेत खनन कोई नई बात नहीं है। वर्षों से यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन स्थायी और सख्त कार्रवाई का अभाव हमेशा से चिंता का विषय रहा है। यह सवाल लाजमी है कि क्या प्रशासन की निष्क्रियता या मिलीभगत ही इन माफियाओं को बेलगाम बना रही है?

प्रशासन की औपचारिकता: SDM और पुलिस मौके पर, गिरफ्तारी अब तक नहीं

घटना के बाद एसडीएम और पुलिस बल मौके पर जरूर पहुंचे, लेकिन खबर लिखे जाने तक हमलावरों की कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इससे न सिर्फ पत्रकार समुदाय में आक्रोश है, बल्कि आम जनता भी आशंकित है।


जब कलम पर हमला होता है, तो लोकतंत्र कराहता है…

गरियाबंद की यह घटना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है। अगर सच दिखाने वाले ही सुरक्षित नहीं, तो जनता को न्याय दिलाने वाला तंत्र भी कमजोर साबित होता है। जरूरत है कि प्रशासन कठोरतम कार्रवाई कर उदाहरण पेश करे, वरना यह माफिया तंत्र और भी निडर होता जाएगा।


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