मारपीट का वीडियो वायरल हुआ… लेकिन असली कहानी तो कुछ और ही निकली!
रायपुर।
थाना डीडी नगर इलाके के महादेव घाट स्थित विसर्जन कुण्ड में जो हुआ, वो महज़ एक झगड़ा नहीं था — वो परतें खोल गया एक ऐसे धंधे की, जिसकी भनक तक आसपास के लोगों को नहीं थी।
5 जून की रात करीब 1 बजे कुछ लड़के-लड़कियों के बीच हुए जबरदस्त झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। लोगों ने पहले इसे ‘आम टीनएज फाइट’ समझा, लेकिन जब पुलिस ने वीडियो और मौके की जांच शुरू की, तो मामला कुछ और ही निकला।
थाने में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर शिकायत की, जिससे दो अलग-अलग अपराध क्रमांक (228/25 और 233/25) दर्ज किए गए। लेकिन असली बम तो तब फूटा जब पुलिस ने झगड़े में शामिल 5 लड़कियों के मोबाइल की जाँच की।
मोबाइल खोले राज़:
जैसे ही पुलिस ने मोबाइल चेक किया, सामने आए व्हाट्सएप चैट्स और फोटोज़ ने सबको चौंका दिया। इन लड़कियों के फोन में ग्राहकों के नाम, रेट लिस्ट और लोकेशन तक की जानकारी थी। यानी पूरा “अनैतिक व्यापार का ऑनलाइन नेटवर्क”!
अब तक की कार्यवाही:
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराध क्रमांक 237/25 के तहत धारा 4, 5, 7 अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 के अंतर्गत मामला दर्ज किया और 5 युवतियों को गिरफ्तार कर लिया। बाकी 3 युवतियाँ अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
किसके नेतृत्व में हुआ यह खुलासा?
इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर, नगर पुलिस अधीक्षक राजेश देवांगन, आईयूएसडब्ल्यू डीएसपी रूचि वर्मा और थाना प्रभारी डीडी नगर के निर्देशन में। पुलिस टीम की तत्परता की हर ओर सराहना हो रही है।
जहाँ एक ओर वीडियो में झगड़ा दिख रहा था, वहीं पीछे पर्दे के पीछे चल रहा था ‘रेड लाइट कारोबार’ का गोरखधंधा। एक वायरल वीडियो ने पूरे रैकेट की पोल खोल दी।
