ओला-उबर की तर्ज पर बाइक में निवेश कर हर महीने मोटी कमाई का झांसा देकर ठगी, रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
रायपुर | 28 जून 2025
सिविल लाइन पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बाइक बोट स्कीम के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का सरगना संजय भाटी, करणपाल सिंह और राजेश भारद्वाज शामिल हैं। ये आरोपी फिलहाल राजस्थान की जेलों में बंद थे, जिन्हें कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लाया गया।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने मेसर्स गर्विट इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी के नाम से वर्ष 2017 में “बाइक बोट स्कीम” की शुरुआत की थी। इस योजना में लोगों को एक बाइक में ₹62,100 निवेश कर हर महीने ₹9,765 की गारंटीशुदा आमदनी का झांसा दिया गया। शुरुआत में लाभ मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने निवेश किया, लेकिन कुछ समय बाद कंपनी गायब हो गई।
रायपुर के लक्ष्मी नगर निवासी अखिल कुमार बिसोई ने इस मामले में वर्ष 2019 में थाना सिविल लाइन में शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपराध क्रमांक 463/2019 धारा 420, 406, 34 भादवि के तहत कार्रवाई की और अब आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू की है।
देशभर में 200 से ज्यादा केस
संजय भाटी और उसके साथियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 150, राजस्थान में 50, मध्यप्रदेश में 6 सहित देश के अन्य राज्यों जैसे गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में कुल 200 से अधिक केस दर्ज हैं। इसके अलावा, संजय भाटी पर अकेले धारा 138 NIA एक्ट के तहत 1500 से ज्यादा प्रकरण अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं।
2800 करोड़ से ज्यादा की ठगी
आरोपी संजय भाटी के मुताबिक, इस फर्जी प्रोजेक्ट के जरिए 2800 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में आरोपियों की करोड़ों की संपत्तियां अटैच की हैं।
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं –
- संजय भाटी पिता रतन सिंह भाटी, उम्र 51 वर्ष, ग्राम चीती, थाना दकनौर, जिला गौतमबुद्ध नगर (उत्तरप्रदेश)
- करणपाल सिंह पिता केहरी सिंह, उम्र 57 वर्ष, गंगासागर डिफेंस कॉलोनी, मेरठ (उत्तरप्रदेश)
- राजेश भारद्वाज पिता शंकरलाल, उम्र 58 वर्ष, मोहल्ला सेकपेन, खुर्जा नगर, बुलंदशहर (उत्तरप्रदेश)
यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह के मार्गदर्शन में सिविल लाइन थाना प्रभारी की टीम ने की है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क और निवेशकों से संबंधित जानकारी जुटा रही है।