नई दिल्ली, 14 जुलाई
संसद भवन में आयोजित प्राक्कलन समिति की बैठक में रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के धार्मिक और पर्यटन स्थलों की सुरक्षा एवं विकास से जुड़े कई अहम मुद्दे उठाए।
बैठक का विषय “धार्मिक स्थलों पर आधारभूत संरचना और सुरक्षा” था। श्री अग्रवाल ने इसमें सिरपुर को यूनेस्को विश्व धरोहर घोषित करने की दिशा में लटके प्रस्ताव को जल्द मंजूरी देने की मांग की। उन्होंने सिरपुर को अंतरराष्ट्रीय महत्व की सांस्कृतिक विरासत बताते हुए इसके संरक्षण को अत्यावश्यक बताया।
सांसद अग्रवाल ने राजिम और चंद्रखुरी जैसे तीर्थस्थलों को धार्मिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने के प्रस्तावों की स्थिति की जानकारी भी केंद्र सरकार से मांगी। उन्होंने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ से भेजे गए कुल कितने प्रस्तावों को मंजूरी मिली है, कितने निरस्त हुए हैं और किन परियोजनाओं पर काम जारी है।
उन्होंने डोंगरगढ़ में PRASAD योजना के तहत स्वीकृत परियोजना की प्रगति पर चिंता जताते हुए इसके शीघ्र पूर्ण होने की मांग की।
बैठक में श्री अग्रवाल ने महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए देशभर के धार्मिक स्थलों पर सुरक्षित, सुलभ और समुचित नागरिक सुविधाएं सुनिश्चित करने हेतु एक राष्ट्रीय नीति तैयार करने का आग्रह भी किया।
सांसद ने कहा कि “धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा और आधारभूत संरचना के लिए केंद्र से सहयोगात्मक रणनीति आवश्यक है, जिससे न केवल संस्कृति का संरक्षण होगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”
