00 अनुबंध के विपरीत कंडम बसो के चलाने का किया विरोध
कोरिया चिरमिरी / महापौर के डोमरु रेड्डी ने एसईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर रानी अटारी परियोजना में काम कर रहे कालरी श्रमिको के आने जाने के लिए एसईसीएल द्वारा चलायी जा रही कंडम बसो पर आपत्ति जताते हुए उनके आवागमन के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग की है ।
श्री रेड्डी ने अपने पत्र में आगे कहा है कि चिरमिरी शहर में रह रहे एसईसीएल के कर्मचारी जो यहां से करीब 70 से 80 किलोमीटर दूर रानी अटारी स्थित माईन्स कार्यस्थल पर रोजाना आते-जाते हैं। इन कर्मचारियों को आने-जाने के लिए बिना परमिट और दस्तावेज के कंडम बसों में सफर करना पड़ रहा है। एसईसीएल प्रबंधन द्वारा चिरमिरी से रानी अटारी परियोजना तक एसईसीएल कर्मचारियों को लाने-लेजाने के लिए 55 सीटर बड़ी बस का गाड़ी मालिकों से अनुबंध किया है लेकिन बस मालिकों के द्वारा छोटी बस में सीटों की संख्या अधिक कर दी गई है जिसमें इन कर्मचारियों को 140-150 किमी की यात्रा प्रतिदिन करना यातना देने वाला है।
श्री रेड्डी ने पत्र में आगे कहा है कि पिछले कुछ महिनो में इन बसों में ब्रेक फैल एवं अन्य कारणों से कई दुर्घटना घटित हो चुकी है जिसमें आज तक करीब 332 श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो चुके है। स्थानीय लोगों एवं श्रम संगठन द्वारा एसईसीएल प्रबंधन चिरमिरी को बार-बार इस ओर आवश्यक व्यवस्था के लिए कहे जाने के बावजूद भी प्रबंधन द्वारा आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया गया है । जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन अपने श्रमिकों के जान-माल की सुरक्षा पर ध्यान देना नहीं चाहता है।
श्री रेड्डी ने एसईसीएल के सीएमडी से मांग की है कि वे रानी अटारी माइन्स में काम करने वाले श्रमिको की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके आवागमन के लिए उचित व्यवस्था करे ।
