ढोलका: गुजरात एटीएस (एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड) ने नशे के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ढोलका के पुलेन चौकड़ी इलाके से 50 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स जब्त की है। इस छापेमारी के दौरान 500 किलो कच्चा माल बरामद हुआ, जिसका उपयोग नशीली दवाओं के निर्माण में किया जाता था। मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
खंभात से ढोलका तक पहुंची जांच की कड़ी
गुजरात एटीएस की टीम ने सबसे पहले खंभात में एक दवा फैक्ट्री पकड़ी थी, जहां अवैध रूप से नशीली दवाओं का निर्माण किया जा रहा था। जब इस फैक्ट्री की गहराई से जांच की गई, तो पता चला कि वहां उपयोग किया जाने वाला कच्चा माल ढोलका के एक गोदाम से लाया जा रहा था।
इस सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने ढोलका के देवम इंडस्ट्रियल पार्क के गोदाम नंबर 54 पर छापा मारा। जांच के दौरान यहां 500 किलो से अधिक कच्चा माल मिला, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 50 करोड़ रुपये आंकी गई है।
रातभर चला छापेमारी अभियान
गुजरात एटीएस ने इस गोदाम की गहन जांच की और वहां से कई कच्चे माल के सैंपल जब्त किए। जांच में यह भी सामने आया कि यह गोदाम पिछले तीन-चार महीने से बंद पड़ा था, जिससे इलाके के लोगों को कोई संदेह नहीं हुआ।
स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, यह गोदाम पहले सामान्य सामान के लिए इस्तेमाल होता था, लेकिन कुछ महीनों से बंद था और कोई गतिविधि नहीं हो रही थी। जब पुलिस ने वहां छापा मारा, तो भारी मात्रा में नशीली दवाओं का कच्चा माल बरामद हुआ।
ड्रग्स तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा
गुजरात एटीएस के एसपी के. सिद्धार्थ ने बताया कि यह ड्रग्स तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है, जिसे तोड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। पुलिस अब इस कच्चे माल की आपूर्ति करने वालों और इससे बनी दवाओं को खरीदने वालों की तलाश कर रही है।
इसके अलावा, एटीएस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह के तार अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स माफिया से जुड़े हैं। पकड़े गए सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस तरह की नशीली दवाओं के निर्माण के लिए यह कच्चा माल इस्तेमाल किया जा रहा था।
आगे की कार्रवाई और संभावित गिरफ्तारियां
गुजरात एटीएस इस मामले में शामिल संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही कई लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है।
इस पूरे मामले ने गुजरात में ड्रग्स के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। एटीएस की इस बड़ी कार्रवाई से नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को भी बेनकाब किया जाएगा।