हमारे शरीर में विटामिन डी 3 की कमी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। विटामिन डी 3 उन विटामिनों में से एक है जिनकी आपके शरीर को स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरत होती है। यह आपके रक्त और हड्डियों में कैल्शियम के संतुलन को बनाए रखने और हड्डियों के निर्माण और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन डी 3 की कमी का मतलब है कि आपके शरीर में पर्याप्त विटामिन डी नहीं है। यह मुख्य रूप से आपकी हड्डियों और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं का कारण बनता है। शरीर में विटामिन डी 3 की कमी होने पर दिमाग के काम काज और हार्मोनल हेल्थ पर भी असर पड़ता है।
विटामिन डी 3 हड्डियों के सामान्य विकास और रखरखाव के अलावा आपके तंत्रिका तंत्र, मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम और प्रतिरक्षा प्रणाली में भी भूमिका निभाता है। विटामिन डी 3 की कमी उन लोगों में अधिक होती है जिनकी त्वचा में मेलेनिन की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं, विटामिन डी 3 की कमी होने पर शरीर में कसी तरह के लक्षण दिखते हैं और इसकी कमी कैसे करें पूरी?
विटामिन डी 3 की कमी के लक्षण:
बहुत ज़्यादा थकान: विटामिन डी 3 की कमी मेटाबोलिज्म से जुड़ा होता है। इसकी कमी वाले लोगों में शरीर दर्द और कई सारी समस्याएं नजर आ सकती हैं। इसकी वजह से शरीर लंबे समय के लिए थकान महसूस कर सकता है।
मांसपेशियों में होने लगती है कमजोरी: विटामिन डी 3 की कमी होने पर मांसपेशियों में कमजोरी होने लगती हैं। बता दें, विटामिन डी की कमी होने पर विटामिन कैल्सीडियोल को संश्लेषित नहीं कर पाता है इससे मांसपेशियों में लंबे समय तक कमजोरी रहती है।
डिप्रेशन जैसा होता है महसूस: विटामिन डी 3 की कमी डिप्रेशन की तरफ ले जा सकती है। दरअसल, ये मूड स्विंग्स से बचाव में मदद करता है और अवसाद के लक्षणों में कमी लाता है। लेकिन, जब शरीर में इसकी कमी होती है जो आप दुखी और उदास महसूस कर सकते हैं।
विटामिन डी 3 कमी को कैसे पूरा करें?
विटामिन डी 3 कमी को पूरा करने के लिए आप अपनी अपनी डाइट में अंडा, मछली, दूध, दही, मक्खन और दूसरे डायटरी सप्लीमेंट्स को शमिल करना चाहिए। साथ ही सुबह की पहली धूप लें और इसकी कमी से बचें।