तमिलनाडु / तमिलनाडु में राजनीतिक संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। 24 घंटों से ज्यादा हो चुके हैं और तमिलनाडु के 131 विधायक लापता हैं। लापता विधायकों में से के पति ने अपनी पत्नी के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जयललिता के निधन के बाद पार्टा दो भागों में बंट गई है। शशिकला ने दावा किया है कि उसे 131 विधायकों का समर्थन हासिल है। इसके बाद 131 विधायकों को अज्ञात जगह पर ले जाया गया। बताया जा रहा है कि इन विधायकों को होटल में रखा है। पहले ऐसी बातें सामने आई थी कि 131 विधायकों को 9 फरवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कराई जाएगी। गवर्नर विद्यासागर राव उन्हें शपथ नहीं दिला रहे। कुछ सूत्रों की मानें तो पिछले तीन दिनों से गवर्नर मुंबई में हैं।
शशिकला ने अपनी पार्टा को संबोधित करते हुआ कहा था कि समय के इस मोड़ पर हमें एक रहने तथा अपनी एकजुटता दिखानी है ताकि अम्मा के सिद्वांतों और नीतियों की रक्षा की जा सके।’ शशिकला ने विधायकों की बैठक में 11 मिनट का भाषण दिया था जिसमें उन्होंने सभी विधायकों से एक साथ रहने की अपील करते हुए कहा कि पिछले 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ, वह गद्दारों की साजिश है। आप उन गद्दारों के पीछे नहीं जाएं, हम सबको एकसाथ रहना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में पार्टी के 134 में से 129 विधायक मौजूद थे। शशिकला ने अपने भाषण में पन्नीरसेल्वम पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी से विश्वासघात किया है और पूरी तरह से द्रमुक से मिले हुए हैं जिससे जयललिता जीवन भर लड़ी। ऐसे गद्दारों को सबक सिखाएंगे।
तमिलनाडु के मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि गवर्नर विद्यासागर राव के आते ही शशिकला को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। मंत्री के मुताबिक पूरी पार्टी शशिकला के साथ है।
तमिलनाडु में इस वक्त AIADMK का शासन है। जयललिता के निधन के बाद पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया था। वहीं जयललिता की करीबी शशिकला को पार्टी के महासचिव का पद दिया गया था। लेकिन कुछ दिन पहले पनीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद खबरें थीं कि शशिकला मुख्यमंत्री बनेंगी। लेकिन बाद में पार्टी में शशिकला के खिलाफ आवाज उठने लगी। बाद में पनीरसेल्वम ने भी कहा कि शशिकला की धमकी के बाद उन्होंने पद छोड़ा था। साभार – जनसत्ता
