** मेरा वेतन भत्ता लगे तो लगाओ लेकिन मरीजों को बचाओ
** दवा व इलाज के अभाव में किसी की मौत नहीं होना चाहिए
** चिकित्सालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने दिए निर्देश
कोरिया / गरीबों के इलाज के लिए सदैव तत्पर रहने वाले बैकुंठपुर के विधायक को छत्तीसगढ़ शासन के श्रम व खेल मंत्री भैयालाल राजवाड़े अपनी अत्यंत खराब सेहत के बावजूद गुरुवार की शाम एक बार फिर जिला चिकित्सालय पहुंचे।
आपको बता दे श्री राजवाड़े एक मरीज के शरीर में चींटी चलने और उसकी मौत के संबंध में जानकारी लेने पहुंचे थे। लेकिन वहां जाने के बाद उन्हें बहुत सारी खामियां नजर आयी और उनको देख मरीजों ने भी कई शिकायत की। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई।

यह बताना जरूरी होगा राजवाड़े की सेहत कल शाम से ही नासाज है। पिछले 10 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि श्री राजवाड़े आज सुबह मोबाइल बंद कर आराम किए। आज उनके दाहिनी और पसली में काफी दर्द होने व चेहरे में सूजन होने की वजह से लोगों से जनता दरबार मे मिल नहीं पाए। पर देर शाम वह जिला चिकित्सालय पहुंच गए। जहां उन्होंने सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील गुप्ता से समाचार पत्रों में छपे मरीज के शरीर में चींटी व उसकी मौत के संबंध में जानकारी ली। इस बीच कई मरीजो ने विभिन्न शिकायत की, जिसे सुनने के बाद उन्होंने डॉक्टरों को साफ-साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि इलाज व दवा के अभाव में किसी भी मरीज की मौत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज के पास स्मार्ट कार्ड नहीं है, तो मेरा वेतन भत्ता ले लो लेकिन गरीब मरीज का इलाज होना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि किसी भी मरीज को बाहर से दवाई लाने के लिए बाध्य नहीं करना। सभी को जिला चिकित्सालय के औषधि जन केंद्र से ही दवा उपलब्ध करानी है। उन्होंने सिविल सर्जन को पूरे जिला चिकित्सालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा।
उल्लेखनीय है कि गत 22 जून को श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े जिला चिकित्सालय पहुंचे थे। जहां उन्होंने सीएमएचओ पैकरा को बड़ा जनरेटर का निर्देश दिया था। इसके लिए डीएमएफ फण्ड से लगभग 30 लाख रुपए स्वीकृत भी करा दिए गए थे। उस समय सीएमएचओ ने 3 दिन में जनरेटर लगने की बात कही थी। लेकिन लगभग 20 दिन बीत जाने के बाद भी जिला चिकित्सालय में बड़ा जनरेटर नहीं लग सका। इसके लिए भी श्रममंत्री ने सीएमएचओ को एकबार फिर जमकर फटकार लगाई। यहां पर यह भी बताना जरूरी है जब भी श्रम मंत्री आते हैं और सीएमएचओ को हर बार फटकार लगाते हैं लेकिन मोटी चमड़ी वाले सरकारी कर्मचारियों को कोई फर्क होता नहीं दिखता है। इतना ही नहीं श्रम मंत्री ने साफ साफ कहा यदि अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर सकते तो अपने पद से इस्तीफा दे दो। मंत्री भैयालाल राजवाड़े के जिला चिकित्सालय पहुंचते ही अनेक मरीज वहां पहुंच गए और श्री राजवाड़े से अपनी समस्याओं को गिनाने लग। जिसे सुनकर सभी उपस्थित लोगों की समस्याओं का निवारण मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने किया। वही सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील गुप्ता ने कहा कि 100 बिस्तर के अस्पताल में लगभग 150 -200 मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जाता है । इसलिए थोड़ी बहुत कमी आना स्वभाविक है। यही नहीं लगभग 400 से 500 मरीज रोजाना ओपीडी में आते हैं। इस दौरान श्री राजवाड़े ने अस्पताल परिसर में खाली जगह में और भी मरीज कक्ष बनाने के निर्देश जारी उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के संबंध में हमारे मुख्यमंत्री काफी संवेदनशील हैं और इस संबंध में जो भी कार्य करना है। उसके लिए किसी भी प्रकार से वित्त की कमी आने नहीं दी जाएगी।
इस दौरान सीएमएचओ पैकरा, एसडीएम खेस्, सिविल सर्जन डॉक्टर गुप्ता सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
