Advertisement Carousel

CM  डॉ रमन सिंह से भेंट कर संविलियन के ऐतिहासिक निर्णय और उसके क्रियान्वयन पर जताया आभार 

अम्बिकापुर  / संविलियन के ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा होने उपरान्त तत्परता से क्रियान्वयन हेतु छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ जिला सरगुजा के पदाधिकारियों ने आज प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह जी का स्थानीय सर्किट हाउस अंबिकापुर में भव्य स्वागत करते हुए शिक्षाकर्मियों के संविलियन हेतु आभार पत्र एवं गुलदस्ता सौप कर उनका धन्यवाद किया साथ ही इस अवसर पर सरगुजा जिले के शिक्षाकर्मियों की ओर से स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।

गौरतलब है कि विगत दो दशकों की लंबी लड़ाई के बाद मिले संविलियन को लेकर प्रदेश के शिक्षाकर्मियों में खुशी तो है लेकिन संविलियन में रह गई विसंगतियों को लेकर उनके मन में पीड़ा भी है क्योंकि उनके संघर्ष के कुछ साथी संविलियन से वंचित भी रह गए हैं तो बहुत कुछ वेतन विसंगति के भंवर में फंसे हुए है और ऐसे ही क्रमोन्नति का दंश भी अधिकांश शिक्षाकर्मियों के साथ है जिसका मूल कारण उनकी पुरानी सेवाओं की गणना न होना है, रही सही कसर इस लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति न मिल पाना है, संविलियन उपरांत अनुकंपा सहज एवं सरल हो गयी है किंतु पंचायत संवर्ग के शिक्षा कर्मियों के लिए ये अभी दूर की कौड़ी है, यही कारण है कि शिक्षाकर्मी जहां एक ओर संविलियन के लिए सरकार को आभार प्रकट कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लगातार मुख्यमंत्री से मुलाकात कर हर जिले में अपनी मांग भी रख रहे हैं ताकि मुख्यमंत्री को भी संविलियन में रह गई विसंगतियों का अंदाजा हो सके । इसी कड़ी में आज अम्बिकापुर में मुख्यमंत्री जी का आभार जताते हुए छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ जिला सरगुजा के प्रांतीय उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ,प्रांतीय महामंत्री रंजय सिंह एवं जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा व उनके प्रतिनिधिमंडल के द्वारा संविलियन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा दिवंगत एलबी संवर्ग के शिक्षकों के परिजनों के अनुकंपा नियुक्ति पर त्वरित निर्णय एवं कार्यवाही के लिए आभार जताया, इसके साथ ही अपनी लंबित समस्याओं के लिए मांगपत्र सौंपा तथा 27 यानी कल की कैबिनेट की बैठक में इन विषयों पर निर्णय लेने का आग्रह भी किया गया।

प्रतिनिधिमंडल नें सीतापुर में शिक्षाकर्मियों के लंबित नियमितीकरण एवं संविलियन के प्रकरण को निराकृत करनें का भी आग्रह किया, साथ ही सूरजपुर और बलरामपुर में डाईट, तथा अम्बिकापुर में शिक्षा महाविद्यालय खोले जाने की भी मांग की। मुख्यमंत्री जी नें सभी बातों को गंभीरता से सुनते हुए उन पर सकारात्मकता रुख प्रदर्शित किया ।
छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री के सामने इन मांगों को रखा है ।

1. समस्त पंचायत ननि एवं एल बी संवर्ग के शिक्षकों को भूतलक्षी प्रभाव से क्रमोन्नति एवं समयमान वेतनमान का लाभ प्रदान करते हुए वर्तमान पद पर वेतन निर्धारण किया जावे

2. प्रधान पाठक प्राथमिक शाला, प्रधान पाठक माध्यमिक शाला, उच्च श्रेणी शिक्षक, ब्याख्याता एवं प्राचार्य के रिक्त पदों की पूर्ति अविलंब एल बी संवर्ग के शिक्षकों से किया जावे।

3. ब्याख्याता (पंचायत नगरी निकाय) एवं शिक्षक (पंचायत नगरी निकाय) के वेतन के अंतर के आधार पर सहायक शिक्षक (पंचायत नगरी निकाय) के लिए समानुपातिक वेतनमान संरचना निर्मित कर वेतनमान का लाभ दिया जाए।

4. संविलियन के लिए 8 वर्ष के बंधन को समाप्त करते हुए संविलियन से वंचित हुए शिक्षक (पंचायत नगरीय निकाय) संवर्ग का पूर्ण संविलियन किया जाए

5. पंचायत शिक्षक संवर्ग एवं एल बी संवर्ग के लिए अनुकंपा के लंबित प्रकरणों में निहित तकनीकी जटिलताओं को दूर / शिथिल करते हुए तत्काल निराकृत किया जावे।

आभार कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह, जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा, उपाध्यक्ष अमित सिंह, जिला सचिव श्रीमती नीतू सिंह,महासचिव अरविन्द सिंह व नाज़िम खान, जिला मीडिया प्रभारी कमलेश सिंह, जिला संगठन सचिव राजेश सिंह, सह सचिव राकेश दुबे, ब्लॉक अध्यक्ष अंबिकापुर अमित सोनी, अध्यक्ष न.नि. अंबिकापुर अजय मिश्रा, अध्यक्ष लुंड्रा रणवीर सिंह चौहान, अध्यक्ष लखनपुर राकेश पांडेय, अध्यक्ष उदयपुर लखन राजवाडे , अमिताभ जायसवाल सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।

error: Content is protected !!