रायपुर / छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘अरपा पैरी के धार, महानदी अपार, इंदिरावती हर पखारय तोरे पईयां महूं विनती करत तोर भुँइया, जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया’ को प्रदेश का राजगीत घोषित किया है।
इस गीत की रचना राज्य के प्रसिद्ध गीत और साहित्यकार डॉ. नरेंद्र देव वर्मा ने की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल डॉ. वर्मा के दामाद हैं। रविवार को साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्योत्सव के मंच से मुख्यमंत्री बघेल ने इस गीत को राजगीत बनाने की घोषणा की थी। अब इस गीत को राज्य सरकार के महत्वपूर्ण सरकारी कार्यक्रम और आयोजनों में बजाया जाएगा।
राज्यगीत बनाए जाने के बाद ‘अरपा पैरी के धार’ गूंज पूरे छत्तीसगढ़ में सुनाई पड़ने लगी हैं। बता दे कि यह गीत पूरे छत्तीसगढ़ की खूबसूरती को समाहित किये हुए है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव के मंच से छत्तीसगढ़ का यह राजगीत गाया था और अब आज संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने भी इस गीत को गुनगुनाया और इसे बढ़ावा देने की बात कहीं।