राजनांदगांव/ प्रदेश मे करोना सकंट के गंभीर दौर में भूपेश सरकार के सबसे सीनियर और काबिल स्वास्थ मंत्री जो आज ही कुछ देर पहले प्रदेश मे करोना महामारी को लेकर लाकडाऊन की बात करते है और उसी दिन राजनादगांव जिले के ग्राम खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू के जन्मदिन मे उनके ग्राम पैरी मे एक प्राईवेट हेलीकॉप्टर से पहुच कर जन्मदिन की बधाई देने आते है। जहां उक्त कार्यक्रम में ग्रामीण जन, कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी आदि मंत्री जी को देखने नियम और प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हैं। ऐसे हालातों में मंत्रियों के दौरे से आखिर क्या फायदा होगा जब कोरोना की महामारी के त्रासदी से लोग गुजर रहे हो।
दूसरी ओर नक्सल हमले में 22 जवानों की शहादत हो जाती है और शहीदों में एक जवान जिले से भी है । क्या जनप्रतिनिधियों को ऐसी विकट घड़ी में नैतिकता को भूलकर खुशियां मनाना, केक काटना, भोज कराना, भीड़ इकट्ठी करना कहां तक उचित जान पड़ता है। सवाल तो गंभीर इसीलिए हो जाता है की सबसे विद्वान सौम्य सरल प्रदेश के सबसे कद्दावर नेता की गिनती में आने वाले, प्रदेश में दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान व पैठ रखने वाले मंत्री अगर प्रोटोकॉल और नियम की धज्जियां उड़ाने में आमदा हो जाए, वो भी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कोंरोना महामारी के कठिन दौर में तो क्या बचा ?
