00 बस्तर में भाजपाइयों ने चिंतन शिविर का आयोजित किया, वहाँ चिंता आदिवासियों के लिए, नक्सल समस्या के लिए नहीं था, उनके मुद्दे थे धर्मांतरण, उनकी चिंता थी OBC वर्ग को साधना।
रायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता राजीव भवन में 9 मंत्रियो के साथ आयोजित हुई, इस पत्रकार वार्ता में भूपेश बघेल ने कहा की भाजपा ने ३१से २ सितंबर तक आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम पर जमकर हमला बोला, नफरत फैला अराजगता लाने का काम भाजपा शुरू से की है इस बार भी उनके बयान ने इसका प्रमाण दे दिया है। भाजपा के द्वारा चिंतन शिविर में राष्ट्रीय नेतृत्व और पदाधिकारी शामिल हुए थे। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, अमर अग्रवाल को आमंत्रित नहीं किया गया था। बस्तर में भाजपाइयों ने चिंतन शिविर का आयोजित किया, वहाँ चिंता आदिवासियों के लिए, नक्सल समस्या के लिए नहीं था। उनके मुद्दे थे धर्मांतरण, उनकी चिंता थी OBC वर्ग को साधना।
भूपेश बघेल ने पत्रकारों से कहा की बस्तर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भाजपा ने चीन शिविर का आयोजन किया,जिसमें चिन्तन आदिवासियों सहित स्थानीय लोगों के मुद्दे,नक्सल के मुद्दे पर सहित विकास के किसी भी मुड़ी पर चिंतन नहीं हुआ।बल्कि छत्तीसगढ़ की सरकार पर थूकने,ओबीसी वर्ग का अपमान करने सहित धर्मांतरण के मुद्दे ही चिंतन का विषय रहा।भाजपा के चिंतन शिविर में ओबीसी वर्ग को निशाने में लेने पर चिंतन हुआ जिसकी कठोर शब्दों में निंदा किया जाता है।
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुवे भूपेश बघेल ने कहा की भाजपा की रणनीति फूट डालो राज करो की नीति रही है,मानसिकता भाजपा की छत्तीसगढ़ के लोगों से नफरत व घृणा का रहा है।प्रजातांत्रिक तौर से इस घटना का विरोध पार्टी करेगी।छत्तीसगढ़ की सरकार ने सभी वर्गों,समुदाय के लोगों के लिए कार्य किया है इससे भाजपा घबरा गई है। भाजपा को जमीन राज्य से खिंसकने पर भाजपाई बौखलाहट में छत्तीसगढ़ियों का अपमान करने का कुकृत्य कर रही है। नक्सल के मुद्दे पर भाजपा पर भी तीखा प्रहार भूपेश बघेल ने किया। भाजपा गुटबाजी में बंट कर अपना साख खत्म कर ली है।
प्रभारी ने कहा था उनके लिए चिंता का विषय रहा की मुख्यमंत्री राज्य के किसान होना,ओबीसी वर्ग से होना सबसे बड़ी चुनौती है।प्रभारी ने चिंतन शिविर के दौरान जो विवादित बयान (थूकने से सरकार के बहने वाले बयान) दिया उसकी घोर शब्दों में निंदा की जाती है।प्रभारी कहती हैं की सभी कार्यकर्ता यदि थकी देंगे तो समूचा मंत्री मंडल bah जाएगा,जिसका तात्पर्य यह है की वह किसानों की सरकार से घृड़ा करती हैं,इसका मतलब यह है की भाजपा प्रभारी किसानों सहित ओबीसी वर्ग की तौहीन की है।किसानों का नेतृत्व करने वाली प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ बयान प्रभारी के सोच को बताता है।इस बयान ने छत्तीसगढ़ का अपमान किया है,किसानों का अपमान किसा है,ओबीसी वर्ग का अपमान किया है।
भूपेश बघेल ने कहा की यह धरती कबीर,आत्मानंद की धरती है जहां प्रेम सर्वोपरी होता है लेकिन भाजपा यहां अराजगता फैलाने घृणा वाले कार्य में जुटी है।तीन दिन से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी भाजपा के तरफ से कोई भी खंडन या बयान इस मुद्दे पर नहीं आने से इसका विरोध किया जाता है।भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा प्रभारी इस विवादित बयान पर समूचे छतीसगढ़ी लोगों से माफी मांगे।राज्य में नारियों का सम्मान शुरू से रहा है यह परंपरा रही है,सभी का सम्मान यहां किया जाता रहा है और आगे भी किया जाएगा।
मंत्री रविन्द्र चौबे कहा की तीन दिवसीय भाजपा के चिंतन कार्यक्रम में किस बात की चिंता हुई यह प्रभारी के बयान से स्पष्ट हो गया है।बस्तर के स्थानीय मुद्दे पर कोई भी चिंतन न करते हुवे बयान दिया यह उनकी सोच को झलकाता है,यह बयान उनके व्यक्तित्व को झलकाते हुवे किसानों सहित ओबीसी वर्ग के खिलाफ उनके आक्रोश को दर्शाता है।किसान का चेहरा होना भाजपा के लिए चुनौती है छत्तीसगढ के लोग भाजपा को यह चूनौती दे रहे हैं जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंत्री चौबे ने भूपेश सरकार द्वारा लागू किए गए योजनाओं की सफलताओं को विस्तार से बताते हुवे भाजपा पर जमकर हमला बोला।चौबे ने कहा की उन्हें उम्मीद था की भाजपा के चिंतन शिविर में कुछ अन्य मामले सामने आने की उम्मीद था लेकिन उनके शिविर से निकल कर आया भी तो क्या मात्र थूक,जिसका कठोर शब्दों में निंदा किया जाता है।
मंत्री मो अकबर ने कहा की भाजपा प्रभारी के बयान से समूचे छत्तीसगढ़ के लोगों का मान हुआ है,सत्ता में वापसी पर चिंतन करने के बजाय भाजपा ने थूकने के लिए प्रेरित करने का चिंतन किया है,किसी पर भी थूकना भादवि में दंडनीय अपराध है।प्रभारी को कांग्रेस की ताकत का अंदाज नहीं है यह वही कांग्रेस है जिन्होंने भाजपा को इस चुनाव में १५ सीटों पर सिमट दिया।मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने भूपेश बघेल की योजनाओं की सराहना करते हुवे कह की भाजपा के चिंतन शिविर में सरकार के मुद्दे पर चिंता न करने के बजाय छत्तीसगढ़ियों के अपमान पर चिंतन करने के लिए प्रेरित करने पर किया गया है।भाजपा अपने १५ साल के कार्यकाल में अपनी नाकामी पर चिंतन न करने के बजाय विवादित बातों पर ज्यादा चिंतन की है।उनके चिंतन शिविर की कड़े शब्दों पर निंदा की जाती है।मंत्री साय ने भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ माडल की जमकर सराहना भी पत्रकार वार्ता के दौरान किया।
मंत्री शिव डहरिया ने कहा की भाजपा की पूर्व सरकार ने १५ साल में भ्रष्टाचार,धर्म की राजनीति सहित अन्य आरोपों से घिरे राज्य किया है,सत्ता से हटने के बाद इस बार कांग्रेस की सरकार के लाभकारी व सफल योजनाओं को देख भाजपा सकते में है,आगामी चुनाव में प्रभारी के इस बयान का जवाब राज्य की जनता देगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,मंत्री मो.अकबर,मंत्री रविन्द्र चौबे,मंत्री शिव डहरिया,मंत्री कवासी लखमा,मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम,मंत्री उमेश पटेल,मंत्री अमरजीत भगत,छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल,पाठपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी,राजेंद्र तिवारी,सुशील शुक्ला,महेंद्र छाबड़ा,रवि घोष सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।