बस्तर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे से पहले नक्सली संगठन ने एक पर्चा जारी कर सरकार से युद्धविराम की माँग की है। नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी मेंबर अभय उर्फ वेणुगोपाल द्वारा जारी इस पत्र में लगातार हो रहे एनकाउंटर्स को लेकर चिंता जताई गई है।
सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में सुरक्षा बलों द्वारा किए गए कई ऑपरेशन में नक्सली संगठनों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस दबाव के बीच नक्सलियों ने यह पत्र जारी कर सरकार से बातचीत की पहल करने की अपील की है।
नक्सली घबराए?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पत्र इस बात का संकेत है कि नक्सली संगठनों पर सुरक्षा बलों का जबरदस्त दबाव है। ऑपरेशन के तहत लगातार किए जा रहे एनकाउंटर से नक्सली कमजोर पड़ते जा रहे हैं। अमित शाह के दौरे से पहले उनका यह कदम एक रणनीतिक प्रयास भी हो सकता है।
सरकार की रणनीति
अमित शाह के इस दौरे के दौरान बस्तर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार का रुख साफ है कि नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई और तेज की जाएगी। हाल के अभियानों ने नक्सली नेटवर्क को गहरा झटका दिया है, और आगे भी सुरक्षा बलों की सक्रियता जारी रहेगी।
सुरक्षा बल सतर्क
अमित शाह के दौरे को देखते हुए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। किसी भी संभावित नक्सली गतिविधि को रोकने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। बस्तर और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
देखना होगा कि नक्सलियों के इस पत्र पर सरकार की क्या प्रतिक्रिया आती है और क्या यह युद्धविराम की दिशा में कोई कदम उठाया जाएगा या फिर नक्सल विरोधी अभियान और तेज होगा।
