बलौदाबाजार।
पुलिस महकमे की साख पर बट्टा लगाने वाले एक आरक्षक को आखिरकार बर्खास्त कर दिया गया है। आरक्षक हेमंत नायक, जो वर्तमान में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में पदस्थ था, को बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक ने अनुशासनहीनता और आपराधिक कृत्य के चलते सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, हेमंत नायक ने बलौदाबाजार एसपी के नाम से फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाकर ब्लैकमेलिंग की वारदातों को अंजाम दिया था। जब वह बलौदाबाजार सिटी कोतवाली में पदस्थ था, तब उसने यह साजिश रची और फर्जी पहचान के जरिए लोगों को धमकाकर पैसे वसूलने की कोशिश की।
इस संबंध में चार अलग-अलग लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सभी शिकायतों में एक जैसा तरीका सामने आया— सोशल मीडिया पर अधिकारी बनकर संपर्क करना, डराना-धमकाना और पैसों की मांग करना।
जांच में जब यह साबित हुआ कि इन हरकतों के पीछे आरक्षक हेमंत नायक ही है, तब विभाग ने कठोर कदम उठाते हुए उसे प्रतिनियुक्ति से तत्काल हटाकर बर्खास्तगी की कार्रवाई की।
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि कानून की रक्षा करने वाले अगर खुद कानून तोड़ने लगें तो भरोसा कहां रहेगा? हालांकि, पुलिस विभाग की तत्परता और सख्ती से यह संदेश जरूर गया है कि ऐसे किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।