दंतेवाड़न्य क्षेत्र में सबसे बड़ा नुकसान, 28 जुलाई से मनाएंगे शहीदी सप्ताह
रायपुर/सुकमा, 15 जुलाई | संवाददाता
नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने पहली बार संगठन को हुए भारी नुकसान को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। नक्सलियों द्वारा जारी 24 पन्नों की एक बुकलेट में बताया गया है कि पिछले एक वर्ष में कुल 357 नक्सली मारे गए, जिनमें 136 महिला नक्सली भी शामिल हैं। यह दस्तावेज गोंडी बोली और अंग्रेज़ी भाषा में तैयार किया गया है।
जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि मारे गए नक्सलियों में 4 सेंट्रल कमेटी मेंबर, 15 राज्य कमेटी स्तर के सदस्य भी शामिल हैं। सबसे बड़ा नुकसान दंडकारण्य क्षेत्र में हुआ, जहां 281 नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए।
नक्सल संगठन ने इन मारे गए साथियों को ‘शहीद’ बताते हुए घोषणा की है कि वे आगामी 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाएंगे।
सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता
नक्सलियों द्वारा इस तरह का ‘क़बूलनामा’ असाधारण माना जा रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों की बड़ी जीत का संकेत है। पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़, विशेष रूप से बस्तर संभाग में लगातार सर्जिकल ऑपरेशनों और ठोस रणनीतियों के चलते नक्सल नेटवर्क पर करारा प्रहार हुआ है।
अलर्ट पर सुरक्षा तंत्र
शहीदी सप्ताह की घोषणा के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों की तैनाती और गश्त बढ़ाई जा रही है। संभावित हमलों को देखते हुए सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।