बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार दोपहर भयावह रेल हादसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। कोरबा से बिलासपुर आ रही मेमू लोकल ट्रेन गतौरा स्टेशन के पास खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे ट्रेन का अगला हिस्सा पूरी तरह मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। हादसे में 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में महिला लोको पायलट (ट्रेन ड्राइवर) भी शामिल हैं।
घटना मंगलवार दोपहर करीब 1:30 बजे की बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मेमू लोकल ने गतौरा स्टेशन का सिग्नल शूट कर दिया, जिसके बाद ट्रेन सीधे खड़ी मालगाड़ी के ब्रेक वैगन से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रेन का इंजन और पहला डिब्बा पूरी तरह पिचक गया। कई यात्री डिब्बों में फंसे रह गए, जिन्हें निकालने के लिए कटर मशीनों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया।




रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। बिलासपुर रेल मंडल के अधिकारी-कर्मचारी और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। इमरजेंसी मेडिकल रिस्पॉन्स टीम (EMRT) और इमरजेंसी मेडिसिन टीम (EMT) ने मौके पर पहुंचकर घायलों को एंबुलेंस से बिलासपुर के अपोलो और सिम्स अस्पताल भेजा। एनडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू में जुटी है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मानवीय भूल की आशंका जताई जा रही है। महिला लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मालगाड़ी का गार्ड सुरक्षित है। हादसे के बाद कटनी-बिलासपुर और रायगढ़-बिलासपुर रेल मार्ग अनिश्चितकाल के लिए बाधित कर दिया गया है। कई ट्रेनों को रास्ते में रोक दिया गया या डायवर्ट किया गया है।
रेलवे प्रशासन ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक विशेष तकनीकी समिति गठित की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, और देखते ही देखते मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल अनावश्यक यात्रा से बचें। राहत-बचाव कार्य देर रात तक जारी रहने की संभावना है।
