जनधन खाते में अचानक से जमा हुए रुपये को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया था। आईबी के साथ ही आयकर विभाग को भी सक्रिय कर कर जांच कराने के आदेश दे दिए गए थे। आयकर विभाग ने बैंकों से जनधन खातों में जमा हुई धन राशि का रिकॉर्ड भी मांगना शुरू कर दिया है। अंदेशा जताया जा रहा है कि इन खातों में कालाधन जमा कराया गया। नेता, ब्यूरोक्रेट, उद्योगपतियों ने जन धन खातों वाले लोगों से खातों में पैसा जमा कराया है। प्रारंभिक जांच में कुछ तथ्य भी सामने आए हैं। जिसे देखते हुए आरबीआई ने बड़ा कदम उठाया है। सभी स्माल सेविंग खातों में हजार और पांच सौ के नोट जमा करने पर रोक लगा दी गई है। इन खातों में जनधन खाते, लघु बचत खाते, बैंकिंग करेस्पांडेंट खाते शामिल हैं। बुधवार से इन खातों में हजार और पांच सौ के नोट जमा नहीं किए जाएंगे। इन खाता धारकों के पास अगर पुराने नोट हैं तो वे बैंक से बदलवा सकते हैं। इसके साथ ही अभी तक इन खातों में जमा हुए पैसे की कुंडली भी खंगाली जाएगी। पैसे जमा पर रोक लगने से इनकी जांच में भी सुविधा रहेगी। एसबीआई के मुख्य प्रबंधक जय प्रकाश ने बताया कि आरबीआई का आदेश देर शाम मिल गया है। बुधवार से जन धन खातों से सहित किसी भी स्माल सेविंग खातों में पुराने नोट जमा नहीं किए जाएंगे।
जनधन खातों के हजारों रुपे कार्ड ब्लॉक – आरबीआई के नए निर्देशों ने जनधन खातेदारों की नींद उड़ा दी है। जनधन खातों में काला धन डालकर उसे सफेद करने का जुगत भिड़ा रहे लोग भी परेशान हैं। दरअसल, आरबीआई की नई गाइडलाइन ने जनधन खातेदारों के नाम पर जारी रुपै कार्ड (एटीएम) को ब्लॉक कर दिया है। इसके साथ ही नए कार्ड भी जारी नहीं किए जाएंगे। आरबीआई ने हर शहर के लीड बैंक को नए निर्देश भेज कर इस नियम से अन्य सभी बैंकों को वाकिफ कराने को कहा है।