यूपी । लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के तकरोही में एक किशोर ने मंगलवार रात घर के अंदर अपने मामा राजेन्द्र सिंह और मामी सरोज की गोली मार कर हत्या कर दी। उसने तीन राउण्ड फायरिंग की थी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। राजेन्द्र का बेटा ऑटो ड्राइवर श्रवण सिंह भी इस घटना में घायल हुआ है।
किशोर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एसीपी विकास जायसवाल के मुताबिक राजेन्द्र अक्सर बहन से झगड़ा करते थे। मंगलवार रात वह किशोर की मां पुष्पा को नशे में गालियां दे रहे थे। इससे गुस्साये भांजे ने फायरिंग कर दी। आरोपी की मां अपने पति से विवाद होने के बाद से मायके में रह रही थी। इस घर में उसके चार भाई रहते थे।
तकरोही की जयनगर कालोनी में गन्ना विभाग से चतुर्थ श्रेणी पद से रिटायर राजेन्द्र सिंह पत्नी सरोज और तीन भाइयों के साथ एक ही घर में रहते थे। भाई जगत पाल के मुताबिक रात करीब नौ बजे राजेन्द्र नशे में घर आये थे। उनका किसी बात पर बहन पुष्पा से विवाद हो गया जिसके बाद भांजे ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
मां से मामा का विवाद होता देख भांजे ने विरोध किया तो राजेन्द्र उससे उलझ गए। इस पर भांजा अपने कमरे में गया और तमंचा लेकर आ गया और फायरिंग कर दी। सिर व सीने में गोली लगते ही राजेन्द्र लहूलुहान होकर गिर पड़े। यह देख उनकी पत्नी सरोज बचाने दौड़ी तो भांजे ने उन पर भी फायर कर दिया। दोनों की मौके पर मौत हो गई।
मामा-मामी की हत्या करने का आरोपी भांजा तीन दिन पहले ही अपने एक दोस्त से तमंचा लेकर आया था। वह घर में मां के रहने को लेकर रोजाना होने वाली कलह से काफी परेशान था। उसने मां से कहा भी था कि सही कर देंगे एक दिन मामा को…। हादसे के बाद पुलिस भांजे को अपने साथ लेकर चली गई। बताया जा रहा है कि भांजे ने कुबूला कि राजेन्द्र मामा सबसे ज्यादा उनकी मां को परेशान करते थे। मंगलवार रात को वह बहुत ज्यादा गालियां मां को दे रहे थे…इस वजह से उसे ज्यादा गुस्सा आ गया और वह फायरिंग कर बैठा था। राजेन्द्र के भाई जगतपाल चौहान ने भी घटनास्थल पर मौजूद लोगों से स्वीकार कि भाई राजेन्द्र नशे में थे और वह बहन पुष्पा को गालियां दे रहे थे। भांजे ने मना भी किया लेकिन वह बहन को गालियां देता रहा।