राजनांदगांव । राज्यपाल रमेन डेका की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर राज्यपाल की संयुक्त सचिव हीना अनिमेष नेताम, आईजी दीपक झा, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमंडलाधिकारी आयुष जैन, जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह उपस्थित थे।
राज्यपाल रमेन डेका ने जिले में शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन, जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों एवं अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जल है तो हम हंै। जल संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ाने की आवश्यकता है। जल संरक्षण के लिए जनसामान्य को प्रेरित करें तथा पानी व्यर्थ न बहे इस बात का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जिले में मिशन जल रक्षा अभियान के तहत जल संरक्षण की दिशा में बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने जिले में सिंचाई, भू-जल स्तर, जैविक कृषि प्रोत्साहन, नवाचार के संबंध में गहन चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती से बहुत फायदा मिलेगा। इसके लिए विशेष तौर पर कार्य करने की जरूरत है। जैविक कृषि में किसानों के विकास की असीम संभावनाएं है। हमें इस दिशा में कार्य करते हुए किसानों को समृद्ध बनाने के लिए कार्य करना है और उनकी मदद करनी है। कृषि तथा वन दो ऐसे क्षेत्र है, जिनमें ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी से कहा कि किसानों से लगातार मिलते रहे और उन्हें जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें नवीनतम तकनीक तथा नवाचार के संबंध में जानकारी देते रहे और उनकी मदद करें। उन्होंने इजराईल की पाली हाऊस टेक्नोलाजी के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जिले में पाली हाऊस के माध्यम से उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा दें। उन्होंने असम के ऐसे किसानों के बारे में जानकारी साझा की। जिन्होंने खेती-किसानी के माध्यम से बहुत तरक्की की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
राज्यपाल रमेन डेका ने जिले में टीबी के संबंध में चल रहे अभियान निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त जिले की दिशा में आगे बढऩे की जरूरत है। उन्होंने राजभवन की ओर से गरीब एवं जरूरतमंदों को सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से टीबी मुक्त जिले की दिशा में आगे बढऩा है और सभी से सहयोग लेना है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली तथा जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए चलाए जा रहे पोट्ठ लईका अभियान की सराहना की। उन्होंने जिले में आंगनबाड़ी भवनों की स्थिति, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थ बच्चों एवं युवाओं के लिए बहुत घातक है। हमारे देश एवं समाज के लिए यह व्यसन एक बुराई है। हमें नशीले पदार्थों के अन्य राज्यों से अवैध रूप से आने वाले गांजा, चरस, कोकीन पर रोक लगाने की जरूरत है। बच्चों एवं युवाओं को नशीले पदार्थों की गिरफ्त से दूर रखना है। उन्होंने कहा कि पुनर्वास केन्द्रों में ऐसे ड्रग्स के दुष्प्रभाव से बच्चों एवं युवाओं का ईलाज करने एवं उन्हें ड्रग्स के दुष्प्रभाव से दूर रखने की जरूरत है। उन्होंने जिले में चलाए जा रहे त्रिनेत्र योजना के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा के जरिए अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने के कार्य की प्रशंसा की।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि जिले में शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर उन तक शासन की योजनाएं पहुंचाई जा रही है। मिशन जल रक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में लगातार पानी के माध्यम से बोरवेल के माध्यम से पानी का दोहन करने से भू-जल स्तर में गिरावट आयी है। इसके लिए विभिन्न वाटर स्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है। किसानों को कम जल की आवश्यकता वाली फसलों को लेने के लिए तथा फसल विविधिकरण को अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने जिले में चलाए जा रहे सघन पौधरोपण के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट टीवी एवं संपर्क डिवाईस के माध्यम से प्राथमिक स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनसहभागिता से अभियान चलाया गया है। जिससे दूरस्थ अंचल तक बच्चों के सीखने की प्रवृत्ति बढ़ी है।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने त्रिनेत्र योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं। राजनांदगांव शहर की सुरक्षा व्यवस्था हेतु शहर में 385 नये सीसीटीव्ही कैमरा लगाये गये हैं। शहर में लगे 385 नग नये कैमरे एवं पुराने 152 कैमरे को अपडेट किया गया है। शहर में अत्याधुनिक एएनपीआर कैमरा 25 नग, व्हेरीफोकल कैमरा 300 नग, पीटीजेड कैमरा 10 नग एवं 80 मीटर फोकस कैमरा 50 नग लगाया गया है। पुलिस सीसीटीव्ही कन्ट्रोल रूम में नवीन सर्वर रूम स्थापित किया गया है। मार्डन इन्टीग्रेटेड कंट्रोल रूम से सीसीटीवी की निगरानी की जा रही है। उन्होंने नशीले पदार्थ के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ओडि़सा, नागपुर एवं अन्य समीपस्थ राज्यों से आने वाले लगभग 224 किलोग्राम गांजा एवं ब्राऊन शुगर की जप्ती की गई है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। वनमंडलाधिकारी श्री आयुष जैन ने बताया कि वन विभाग द्वारा विभागीय पौधरोपण के साथ ही जनसहभागिता से पौधे रोपित किए जा रहे है। बारिश में नि:शुल्क पौधों का वितरण व्यापक पैमाने पर किया गया है। जिले में छह नर्सरी में जिनमें पौधे विकसित किए जा रहे है।
जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने मिशन जल रक्षा के संबंध में जाकारी देते हुए बताया कि जिले में इस अभियान के तहत कैच द रेन अंतर्गत नागरिकों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिले में वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर व्यापक पैमाने पर बनाए गए हंै। जनसामान्य को पौधरोपण एवं फसल विविधीकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बोरवेल रिचार्ज साफ्ट सैंड फिल्टर, मिनी परकोलेशन टैंक, गेबियन स्ट्रक्चर, चैक डेम एवं विभिन्न जलीय संरचनाओं की जानकारी दी। उन्होंने लखपति दीदी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में समूह की महिलाओं को बैंक लिंकेज के साथ ही गेंदाफूल, उद्यानिकी फसलों, हथकरघा, मत्स्य पालन से रोजगार मिला है और उनकी आय बढ़ी है। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संबंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा, संयुक्त कलेक्टर शीतल बंसल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।