रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। धार्मिक मुद्दों को लेकर भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच जमकर बहस हुई।
विधानसभा में हज यात्रा और कुंभ स्नान को लेकर बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि “कांग्रेस को कुंभ स्नान से परहेज है, लेकिन हज यात्रा पर कोई आपत्ति नहीं होती।” इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और हंगामा किया।
कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि “अगर आपको हज पर आपत्ति है, तो केंद्र सरकार हज पर मिलने वाली सब्सिडी क्यों नहीं बंद कर देती?” उन्होंने भाजपा पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया।
इस दौरान बलौदाबाजार अग्निकांड को लेकर भी सदन गरमा गया। विधायक रामकुमार यादव ने जैतखंभ मामले में जांच की मांग की और आरोप लगाया कि “जो लोग जैतखंभ तोड़ने वालों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उन्हें ही जेल भेजा जा रहा है।”
सदन में राजनीतिक बहस के बीच “जय सतनाम” के नारे भी गूंजे, जिसे लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ओर से समर्थन दिखा।
चर्चा के दौरान उमेश पटेल ने भाजपा विधायकों को ओपन डिबेट की चुनौती दी और कहा कि “अगर मेरे पास पांच दिन के लिए ‘तोता’ (संकेत ED/CBI) रहे, तो मैं सबको जेल में डाल दूंगा।”
इस पूरे घटनाक्रम के चलते विधानसभा में पूरे दिन गर्मागर्मी बनी रही और धार्मिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार हुई।