Monday, March 17, 2025
स्वास्थ्य यूरिक एसिड और गठिया से राहत: कच्चे पपीते का...

यूरिक एसिड और गठिया से राहत: कच्चे पपीते का जूस बन सकता है संजीवनी!

-

नई दिल्ली: अगर आप यूरिक एसिड और गठिया की समस्या से परेशान हैं तो आपके लिए कच्चे पपीते का जूस किसी औषधि से कम नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चे पपीते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, फोलेट और विटामिन ई शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

कैसे करें सेवन?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रोज़ाना 100ml ताजा कच्चे पपीते का जूस बिना पानी मिलाए पीया जाए, तो यूरिक एसिड को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। खासतौर पर सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से यह जल्दी असर करता है। स्वाद के लिए इसमें नींबू या शहद भी मिलाया जा सकता है।

लिवर और पाचन के लिए भी फायदेमंद
आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चा पपीता लिवर के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर लिवर को साफ करता है। पपीते में पाए जाने वाले प्राकृतिक एंजाइम पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करते हैं।

कैंसर से बचाव और इम्यूनिटी बूस्टर
शोध बताते हैं कि कच्चे पपीते में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व आंतों और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में मददगार होते हैं। इसके अलावा, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।

त्वचा और बालों के लिए वरदान
कच्चे पपीते में मौजूद ‘पैपिन’ नामक एंजाइम अनचाहे बालों की वृद्धि को रोकने में सहायक होता है। इसके अलावा, यह हार्मोन संतुलन में सुधार करता है और मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करने में भी मदद करता है।

क्या रखें सावधानियां?
विशेषज्ञ गर्भवती महिलाओं को कच्चे पपीते का सेवन न करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसमें मौजूद तत्व गर्भाशय संकुचन को बढ़ा सकते हैं। साथ ही, यदि किसी को इससे एलर्जी हो तो सावधानीपूर्वक इसका उपयोग करना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest news

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की सौजन्य मुलाकात

नई पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति की सफलता से कराया अवगत, कहा बस्तर के...

ट्रांसजेंडर अधिकारों पर कार्यशाला संपन्न, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फैशन शो बने आकर्षण का केंद्र

रायपुर, 17 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति द्वारा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों...

19 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 29 लाख के इनामी 10 माओवादी भी शामिल

बीजापुर। साउथ बस्तर डिविजन और पामेड़ एरिया कमिटी से जुड़े 19 नक्सलियों ने...
- Advertisement -

राम नवमी, हवन और कन्‍या पूजन के लिए क्‍या है शुभ मुहूर्त, चैत्र नवरात्रि अष्टमी और नवमी कब ?

नई दिल्ली / चैत्र शुक्‍ल प्रतिपदा से नवरात्रि प्रारंभ होती हैं. इसी दिन से...

वैज्ञानिकों ने ढूंढा कैंसर से बचाव के लिए कोशिकाओं के इस्तेमाल का नया तरीका

नई दिल्ली  / ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने कैंसर से बचाव से जुड़ी एक नई प्रक्रिया खोजी है, जो...

Must read

You might also likeRELATED
Recommended to you

error: Content is protected !!